कोरोनावायरस का अब तक कोई इलाज नहीं मिल सका है हालांकि दुनिया भर में इतने वैक्सीन की खोज तेजी से हो रही है इन सब के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन में एक चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि हो सकता है कोरोनावायरस की पूरी तरह से रामबाण दवा शायद कभी ना मिल सके डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर ट्रैडोस एडनोंम गरोब्रिएसस ने एक वर्चुअल ब्रीफिंग में ऐसा कहा उन्होंने कहा कई व्यक्ति अभी अपने तीसरे चरण के ट्रायल में है और उम्मीद की जा रही है कि कि जल्द ही इसकी कोई असरदार व्यक्ति मिल जाए जो लोगों को संक्रमण से बचाव के हालांकि फिलहाल अभी इसका कोई रामबाण इलाज नहीं है और हो सकता है कि यह कभी ना मिले।
कोरोना वायरस ने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया है सभी लोगों के मन में चिंता बनी हुई है कि क्या यह खत्म होगा या नहीं इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रमुख महामारी विशेषज्ञ ने कहा कि कोरोना संक्रमित होने वाले लोगों में मौत की दर 0.6 फ़ीसदी है। महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर मारिया वैन केरखोव ने कहा कुछ अध्ययन में से यह आकलन किया गया है उन्होंने कहा कि भले ही यह आंकड़ा अधिक नहीं लग रहा लेकिन यह काफी अधिक है क्योंकि हर 167 लोगों में से एक की मौत होती है।
दिसंबर में चीन के वुहान शहर से कोरोना महामारी फैलने के बाद कोरोनावायरस से अब तक दुनिया में 6.9 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मृत्यु दर के नए आकलन से अभी यह पता चलता है की दुनिया में अब तक कोरोना से 11.5 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं।यह मौजूद पुष्टि हुए मामलों से 7 गुना अधिक है।
ऐसा माना जा रहा है कि दुनिया में लाखों लोग ऐसे हैं जो कोरोना से संक्रमित तो हुए लेकिन उनका टेस्ट नहीं हो पाया खासकर महामारी के आरंभिक समय में कई देशों के पास टेस्ट की पूर्ण क्षमता नहीं थी अब भी बहुत सारे देश ऐसे हैं जहां पर करना से संक्रमित लोगों का सही आंकड़ा नहीं मिल पा रहा क्योंकि वहां पर टेस्ट की क्षमता कम है।
वही एक और डब्ल्यूएचओ की टेक्निकल लीड डॉक्टर मारिया वैन केरखोव ने कहा कि कोरोना वायरस की मृत्यु दर पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों की कई टीम काम कर रही हैं मारिया ने यह भी कहा कि फिलहाल हम नहीं जानते कि असल में कितने लोग संक्रमित हो चुके हैं हालांकि उन्होंने कहा कि कुछ अध्ययन से संक्रमित लोगों में मैं तो का आकलन 0.6 फीसदी किया गया है।