अमन वर्मा/खरगोन!! जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में बड़ी लापरवाही सामने आई है। मंगलवार रात को कोविड वार्ड में ऑक्सीजन खत्म हो गई। गंभीर मरीज आधा घंटा छटपटा उठे। बीप पर सिलेंडर चलने से परिजन घबरा गए। रात 11 बजे इंदौर से 100 सिलेंडर पहुंचे तब सप्लाय शुरू हुआ जैसे ही वाहन में सिलेंडर देखे। मरीजों के परिजन उठाकर वार्ड तक ले जाने लगे। इसके बाद सिविल सर्जन आए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन पर्याप्त है। घबराने की जरुरत नहीं। बुधवार को सुबह को संदिग्ध मरीज रामेश्वर सेन (60) मोतीपुरा की मौत हो गई। उनकी निगेटिव रिपोर्ट आई। बेटे गिरीश सेन का आरोप है कि ऑक्सीजन नहीं मिलने से मौत हुई है। सीएम को शिकायत करेंगे। उन्होंने बताया मंगलवार रात को 10.30 बजे अचानक ऑक्सीजन खत्म हो गई। मरीज तड़पने लगे। परिजनों ने हंगामा कर दिया। कर्मचारियों ने कहा कि ऑक्सीजन खत्म हो गई। एक सिलेंडर पर तीन मरीजों को ऑक्सीजन देने लगे। सिविल सर्जन डॉ. दिव्येश वर्मा व सीएमएचओ डॉ. सुदेश सरल को फोन लगाए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन पर्याप्त है। जबकि ऑक्सीजन नहीं थी। हालत बिगड़ने से आक्सीजन लेवल 94 से 36 पर आ गया। सिलेंडर चढ़ाया लेकिन बुजुर्ग ने सुबह दम तोड़ दिया। परिजनों ने कहा कि ऑक्सीजन पर्याप्त मिलती तो जान बच सकती थी। इसके अलावा सेंधवा व बालसमुद के मरीजों के परिजनों ने भी ऑक्सीजन नहीं होने के आरोप लगाए हैं।