पंकज कुमार/मांट!! के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर बुधवार को एंटी रैगिंग विषय पर कार्यशाला हुई। कार्यशाला में नवप्रवेषित बी.डी.एस. छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया की कार्यकारी समिति के सदस्य और एस.एन. मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल आगरा के प्रो. (डॉ.) एस.के. कठेरिया ने कहा कि रैगिंग अमानवीय कृत्य के साथ ही एक गम्भीर अपराध है। इस अपराध को करने वाला कोई भी छात्र या छात्रा कानून की नजरों से बच नहीं सकता। ऐसा करते हुए पाए जाने पर कॉलेज से निष्कासन, अन्य कॉलेजों में प्रवेश पर प्रतिबंध व इस श्रेणी में गंभीर अपराध करने वाले छात्र एवं छात्रा पर एफआईआर का प्रावधान है। डॉ. कठेरिया ने कहा कि रैगिंग से पीड़ित होने वाला विद्यार्थी संस्था के प्राचार्य, संस्था की एंटी रैगिंग कमेटी, उस कॉलेज के डायरेक्टर या वरिष्ठ अधिकारी तथा पुलिस विभाग में अपनी एंटी रैगिंग की शिकायत दर्ज करा सकता है। उन्होंने कहा की रैगिंग एक ऐसा अपराध है जो स्वयं, घर-परिवार, समाज व देश को शर्मसार करता है। कई बार रैगिंग से परेशान छात्र-छात्राएं अपनी जान तक दे देते हैं। डॉ. कठेरिया ने रैगिंग और विद्यार्थियों व समाज पर इसके पड़ने वाले प्रभाव के बारे में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने शारीरिक, वित्तीय, शैक्षणिक, सामाजिक, मनोवैज्ञानिक तथा राजनीतिक स्तर पर रैगिंग से पड़ने वाले दुष्प्रभावों से भी छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी ने कहा कि के.डी. डेंटल कॉलेज यहां अध्ययन करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को एक परिवार सा माहौल देता है ताकि उसका सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास हो सके। डॉ. लाहौरी ने नवप्रवेषित बी.डी.एस. छात्र-छात्राओं को आश्वस्त किया कि उन्हें के.डी. डेंटल कॉलेज में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। डॉ. लाहौरी ने छात्र-छात्राओं को अपने उद्बोधन में अच्छे मूल्यों के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन में प्रत्येक विद्यार्थी को विवेकशील होना चाहिए ताकि उसका समग्र विकास हो सके।