संजय वर्मा/नरहट!! नरहट प्रखंड के भावी मुखिया प्रत्याशी एहतेशाम उर्फ गुड्डू ने चुनाव की तारीख का ऐलान होने के पूर्व नरहट पंचायत से मुखिया उम्मीदवार प्रचार प्रसार में अन्य प्रत्याशियों से आगे देखा जा रहा है। गुड्डू की चर्चा उनके व्यवहारिक स्वभाव को लेकर ज्यादा है लोग बताते हैं कि नरहट में सामाजिक कार्यों के अलावा गुड्डू ग्रामीण वासियों के दुख सुख के साथी रहे है। उनके उसी भेदभाव को देखते हुए गांव के लोग ने चुनाव लड़ने के लिए विवश कर दिया है कोई लोगों के सहयोग और समर्थन के भरोसे चुनाव मैदान में है। गुड्डू कहते हैं कि चुनाव की बहुत ज्यादा चिंता इसलिए नहीं है। कि जनता का अपार प्रेम उसके साथ है। पहले से यह समाज सेवा के कार्यों में लीन रहे हैं। चुनावी राजनीति से दूर रहने वाले गुड्डू राजनेताओं को चुनावी वैतरणी पार कराने में मददगार रहे हैं। पंचायत चुनाव उनका चुनावी कैरियर का आगाज है। जरूरतमंदों को मदद करना अपना फर्ज निभाते आए हैं। किसी भी कार्य में हिंदू मुसलमान का भेदभाव नहीं करते हुए दोनों समुदाय में लोकप्रिय हैं। गांव के विकास के लिए अभी बहुत कुछ करना है चुनाव लड़ने की हमारी पहले से योजना नहीं थी लोगों का दबाव है कि ऐसे लोगों को मुखिया बनाना चाहिए जो किसी भेदभाव और बिना लालच के पंचायत का विकास कर सके। उनका दावा है कि अभी से ही जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। हालांकि इसी पंचायत से बहुत सा उम्मीदवार इस बार मैदान में होगी। लेकिन जनता ने हमें जो विश्वास के साथ पंचायत चुनाव में उतारा है। जिससे 2 महीने से चुनाव प्रचार का माहौल बन चुका है। नरहट में हिंदू-मुसलमान एकता का प्रतीक माने जाते हैं। अपने व्यक्तित्व खर्चा से चौधरी समाज के श्मशान घाट का निर्माण करा रहे हैं। जो कब्रिस्तान की घेराबंदी कराई जा रही है। आगे चुनाव लड़ने के पीछे हमारा उद्देश्य नरहट को खुशहाल बनाना है।