राजीव कुमार भटनागर/शाहबाद!! महाशिवरात्रि के अवसर पर चंदौसी रोड पर स्थित शिव मंदिर पर हजारों लोगों ने बेल पत्री धतूरे के साथ शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। सनातन धर्म की हमेशा से ही परंपरा रही है कि ज्ञान को केवल किताब पढ़कर या किसी की बातचीत सुनकर इधर-उधर से जानकारी इकट्ठा करना नहीं, बल्कि ज्ञान का मतलब जीवन को एक नई दृष्टि से देखना है। महाशिवरात्रि पर प्रकृति उस संभावना को हम सभी के काफी करीब ले आती है। जरूरी नहीं कि हम इस खास दिन का ही इंतजार करें ऐसा हम हर दिन कर सकते हैं। मगर इस दिन प्रकृति उन सभी संभावनाओं को अधिक उपलब्ध बनाती है। जिस प्रकार नंदी अपने गुण के कारण एक जगह बैठे रहते हैं इसका मतलब यह नहीं कि वह सुस्त हैं या आलसी हैं। बल्कि वह पूरी तरह से सक्रियता के साथ ध्यान लगाकर बैठे रह कर यह याद दिलाते हैं कि हर व्यक्ति को मेरी तरह ध्यान मग्न होकर ही बैठना चाहिए। मंदिर के पुजारी अनिल नाथ ने बताया कि मंदिर पर श्रद्धालु प्रातः पांच बजे से ही शिव मंदिर पर पहुंचना शुरू हो गए थे। धीरे-धीरे श्रद्धालुओं की भीड़ अत्यधिक बढ़ाना प्रारंभ हो गई तब शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए शिव भक्तों को पंक्ति बद्ध तरीके से शिवलिंग के दर्शन कराए गए और शिव भक्तों ने आठ दिशाओं में मंत्र का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर प्रसाद बेल-पत्र और धतूरा आदि के साथ जलाभिषेक किया। शिव भक्तों का मानना है कि वैसे तो भगवान शिव का आशीर्वाद हमारे ऊपर हर पल, हर क्षण बना ही रहता है। परंतु आज के दिन भगवान शिव का आशीर्वाद पाने से हमारे सभी कष्ट दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।
मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए उपजिलाधिकारी राकेश कुमार गुप्ता के साथ-साथ एस एच ओ शिवचरन सिंह, एसएसआई धर्मेंद्र सिंह सोलंकी, एसआई आर के त्रिपाठी के साथ-साथ कांस्टेबल नीरज त्यागी, राहुल कुमार, मंजीत, धर्मेंद्र, निपेंद्र आदि के साथ पीएसी बल मौजूद रहा। वहीं महिला श्रद्धालुओं को व्यवस्थित पंक्तिबद्ध तरीके से शिवलिंग के दर्शन कराकर जलाभिषेक कराने के लिए महिला कांस्टेबल भी मौजूद रहीं।