नितीश तिबारी/नादेमऊ!! क्षेत्र के कर्सा रामपुर गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम दिवस पर आचार्य पंडित सरोज तिवारी ने प्रभु की कथा का वर्णन किया गया अमृत रूपी श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराया गया व्यास जी का फूल मालाओं से स्वागत किया गया व्यास जी के मुखारविंद से कथा सुन भक्तों के नेत्र सजल हुए उन्होंने कहा हरि अनंत हरि कथा अनंता विश्राम दिवस के उपरांत भागवत कथा में प्रभु कृष्ण और उनके बचपन सखा मित्र सुदामा की मित्रता का मनमोहक वर्णन किया मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे भज श्याम सांवरिया मेरे सुंदर गीतों का गायन किया गया भजन को सुन भक्तों ने मीठी मीठी ताली बजाकर भगवान का गुणानुवाद किया कथा प्रांगण में प्रभु के बाल सखा वेद पाठी ब्राह्मण की मित्रता का वर्णन किया गया उन्होंने बताया एक बार की बात है जब प्रभु गोकुल नगरी में रहते थे तो इनके बालसखा सुदामा जी हुआ करते थे सुदामा योगी पुरुष थे वह अपने कान्हा कृष्ण के अनन्य भक्त थे गरीबी में रहकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते थे एक बार की बात सुदामा अपने मित्र कृष्ण से मिलने द्वारकापुरी पहुंचे नगरी में ऐसा भी देख लोग अचंभित हो गए द्वारपालों ने महल में प्रवेश करने से मना कर दिया हताश होकर सुदामा जी लौटने लगे द्वारपालों से कहा जाओ अपने स्वामी से कह दो कि उनके द्वार पर बाल सखा उनका बचपन का मित्र सुदामा उनसे मिलने आया है यही कानों में अपने बाल सखा सुदामा का नाम सुना प्रभु दौड़ते हुए आए और अपने मित्र को गले से लगा लिया श्रीमद्भागवत में मित्रता के बारे में वर्णन किया गया है एक मित्र दूसरे मित्र की सुख दुख में साथ देता है इस मौके पर सुदामा राजीव सिंह (भौना) ठा० हिमांशु प्रताप सिंह जिलाध्यक्ष करणी सेना, भारत लाखन सिंह, राजेश सिंह, ध्रुव सिंह, राजकिशोर सिंह, सर्वेश राठौड, कृष्ण राठौड राजेन्द्र सिंह, देवेंद्र सिंह, राकेश आदि भक्तगण कथा पंडाल में मौजूद रहे।