विकास बाबू यादव/बदायूं!! नगर के बाजार व नझयाई मोहल्ले के तालाब पर भूमाफिया की नजर पड़ चुकी है। तालाब को पाटकर कुछ मकान बनाये जा चुके हैं। वहीं अब फिर तेजी से तालाब पटान का कार्य शुरु कर दिया गया है। जिसकी नगर के ही समाज सेवी ने डीएम से शिकायत कर तालाब का अस्तित्व बचाने की गुहार लगाई है। मामले को डीएम द्वारा संज्ञान लेने से माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। गुठायन मोहल्ले में स्थित तालाब राजस्व विभाग के रकबे में 23 बीघा दर्ज है, जिसमें मछली पालन भी हो रहा है। मछुआरे बताते हैं कि कुछ माफिया ने हजारों में तालाब के पास की जमीन खरीदकर प्लाटिंग के नाम पर लाखों में बेची है। तालाब को लगातार पाटने का क्रम जारी है। शुक्रवार को एसडीएम सदर के निर्देश पर हल्का लेखपाल ने तालाब पाट रहे एक ट्रैक्टर को मिट्टी भरी ट्राली सहित पकड़कर पुलिस को सौंपा था। जिसे देर शाम पुलिस ने खनन की परमीशन का वास्ता देकर छोड़ दिया। एसडीएम सदर ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को अपना निजी तालाब भी पाटने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। गुठायन का तालाब तो सरकारी है। किसी को तालाब की भूमि पर कब्जा नहीं करने दिया जायेगा। अगर कब्जा हुआ है तो कानूनी कार्रवाई कर तालाब की जमीन को कब्जा मुक्त कराया जायेग। समाज सेवी सिपट्टर सिंह ने बताया कि नगर के गुठायन तालाब जिसे लोग मोती झील के नाम से भी जानते हैं। बदायूं के सागर ताल की तर्ज पर इसका सौंदर्यीकरण किया जा सकता है। उन्होंने राजस्व विभाग व नगर पालिका परिषद से तालाब की भूमि की ठियाबंदी कराने की मांग की है।