जफरुद्दीन अंसारी/कुशीनगर!! मधुरिया आश्रम सत्संग काफी तादाद के साथ जय गुरुदेव ने इकट्ठा हुए और कितने जगह से आए हुए जय गुरुदेव को आदर सम्मान मिला धर्म की बातें सुनी जय गुरुदेव का कहना है की किसी भी जीव जंतु का जान लेना महापाप है जो जीव आप में है वही जीव, जीवजंतु में भी। सभी जीवो का जीव एक है तथा सत्संग में तमाम सारी बातें समझाई जाती है कि जो व्यक्ति गलत काम करता हो वह व्यक्ति अपने ईमान पर हो जाए और सत्य बोले सत्य बोलने से पाप नहीं होता सत्यता की कभी भी जीत होती है ईश्वर उसी व्यक्ति का बात सुनता है जो व्यक्ति सत्य बोलता है जयगुरुदेव का कहना शाकाहारी बन जाओ सत्य बोलो परम संत बाबा जय गुरुदेव जी महाराज का जीवन विश्व विख्यात परम संत बाबा जय गुरुदेव महाराज का अवतार भारत के उत्तर प्रदेश की पावन भूमि के एक छोटे से देहात में हुआ धर्म के प्रति आस्था व परमात्मा प्राप्त का मार्ग जानने की उत्कर्ष इच्छा बाल्यावस्था से ही रही बाल्यावस्था मे आपके पिता का देहांत हो गया माताजी ने शरीर छोड़ने से पूर्व स्वामी जी को यही इच्छा आदेश के रूप में दीया।