राजेन्द्र सिह चौहान/उत्तरकाशी!! मोरी विकास खण्ड में पर्यटन की अपार समभावनाओं को देखते हुए मोरी विकास खण्ड सभागार में आज प्रमुख बच्चन सिंह पवार जी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य पर्यटन गतिविधियों से संबंधित रहा। सभी टूर ऑपरेटरों को बताया गया है कि पर्यटन और वन विभाग में रजिस्ट्रेशन काफी अनिवार्य है और जिन लोगों का रजिस्ट्रेशन होगा उन्हीं लोगों को आने वाले मार्च से पर्यटन और ट्रैकिंग हेतु अनुमति प्रदान की जाएगी और बाहरी मेहमान कंपनियों को स्थानीय टूर ऑपरेटर ट्रैकिंग रजिस्ट्रेशन एजेंसी जिनका रजिस्ट्रेशन पर्यटन और वन विभाग में होगा उनहें परमिशन दी जाएगी वन विभाग के माध्यम से मुख्य पर्यटक स्थलों पर साइन बोर्ड और इको फ्रेंडली डस्टबिन भी लगाए जाएंगे इसके अलावा और रेन सेलटर का भी निर्माण किया जाएगा मार्च से पहले पहले एक फेडरेशन का भी गठन किया जाएगा जिसमें फॉरेस्ट एवं राजस्व डिपार्टमेंट से भी प्रबंध कार्यकारिणी के आजीवन सदस्यों का चयन किया जाएगा पर्यटन ट्रैकिंग गतिविधियों के साथ-साथ पर्यावरण जल जंगल जमीन स्थानीय संस्कृति रीति रिवाज मेले त्यौहार का संरक्षण एवं प्रोटेक्शन के साथ-साथ उनका प्रचार-प्रसार किया जाएगा, साथ ही नये पर्यटक स्थलों की खोज पर्यटन विभाग और मीडिया के माध्यम से उनका प्रचार प्रसार किया जाएगा, बडते गार्बेज पर भी चिंता जताई गई उसका सही प्रबंधन किस प्रकार हो उस पर भी बातचीत की गई और उत्तराखंड सरकार के तेरहा जिले तेरह डेस्टिनेशन के तहत उत्तरकाशी जिले से मोरी के हरकीदून केदारकांठा को भी इस में लिया गया है जिसके तहत इस छेत्र मैं बहुत से कार्य होने हैं मोरी मैं क्याकिंग प्रशिक्षण और ट्रैक पर पर्यटकों के लिये बैठने के लिए सेंटर ओर रास्तों का सौन्दर्यकर्ण किया जाएगा जो की माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार ने भी अपने उध्बोधन मैं मोरी भर्मण पर 10 फरवरी को किया था। इस छेत्र को साहासिक ओर सुरक्षित पर्यटन स्थल केसा बनाया जाए इसके लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के सहयोग से रीसाइकलिंग प्लांट की आवश्यकता यमुना घाटी मे लगवाने की बात की गई , जिससे सही से गार्बेज का सुव्यवस्थित प्रबंधन हो सके। सभी टूर ऑपरेटर ट्रैकिंग एजेंसी के द्वारा सुव्यवस्थित पर्यटन की कल्पना की गई है जिसमें वन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पर्यटन विभाग, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के सहयोग से ट्रैकिंग क्षेत्र में अनुभव रखने वालों के मार्गदर्शन में कार्य किया जाएगा। इस अवसर पर D.F.O टोंस, सुबोध काला उपनिदेशक गोविंद वन्य जीव बिहार नेशनल पार्क कोमल सिंह नैटवाड़ पुरोला, जिला पर्यटन अधिकारी प्रकाश खत्री उत्तरकाशी, खंड विकास अधिकारी डी पी डिमरी मोरी, जेस्ट प्रमुख प्रदीप रागड, पर्वतारोही प्रवीण रांगड, वीरेंद्र नौटियाल चैन सिंह रावत आलोक तीनों रेंज के रेंज अधिकारी ज्वाला प्रसाद, अनिल रावत, रेंजर प्रतिनिधि क्रम दास, हर की दून प्रोटेक्शन एंड माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष भगत सिंह रावत, रामलाल पवार और बलबीर सिंह रावत,रणदेव कुंवर सिंह, ज्ञान सिंह, बर्फी लाल योगराज रावत, शुभम अग्रवाल संदीप, भरत रावत और विजय राणा जयचंद चौहान जगदीश कुमार जगपाल। सभी टूर ऑपरेटर ट्रेकिंग एजेंसियों के अध्यक्ष उपस्थित थे और क्षेत्रीय प्रतिनिधि ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत के सदस्य भी मौजूद थे।