शिवा कांत गोस्वामी/गोण्डा!! गजब हाल है जिले करनैलगंज सीएचसी केन्द्र के स्वास्थ्य कर्मियों का जहाँ इलाज कराने आये मरीजों को बीमारी कोई भी हो जबरन लिखी जाती है कोरोना जांच। मामले में तहसील क्षेत्र के धमसड़ा गाँव के रहने वाले प्रिंस कुमार आंख में दर्द होने के इलाज के लिये समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आये जहाँ बगैर मास्क व ग्लब्स के मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जबरन उनकी कोविड जांच की पर्ची काट दी।जब प्रिंस ने इस बावत जांच कर्मियों से पूछा कि उसके आंख में चोट लग गई है तो इसकी दवाई की पर्ची के बजाय कोविड जांच की पर्ची क्यों?बगैर मास्क व ग्लब्स एवं शोसल डिस्टेंसिंग के क्या इस तरह कोविड जांच होती है। इस पर जांच कर्मी उजड़ गये व उनके द्वारा प्रिंस के साथ अभद्रता की गई। जिसकी शिकायत उन्होंने डिप्टी सीएमओ की। सूत्रों के मुताबिक करनैलगंज सीएचसी पर भ्रष्टाचार आम है। वहाँ इलाज के लिये आने वाले मरीजों का शोषण आम बात है। आये दिन यहाँ के कर्मियों द्वारा मरीजों से अभद्रता एवं आर्थिक शोषण की खबरें मीडिया की सुर्खियाँ बनती रहती हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य महकमें के आला अधिकारियों के कानो पर जूं नहीं रेंगते। जिसके चलते यहां तैनात स्वास्थ्य कर्मी निरंकुश हो खुले आम लोगों का शोषण कर रहे हैं। क्या कहते हैं डिप्टी सीएमओ इस बावत जानकारी हेतु जब सीएमओ को फोन किया तो उनकी जगह डिप्टी सीएमओ ने फोन उठाया। उन्हें जब इस प्रकरण से अवगत कराते हुए पूछा गया कि यदि आंख में चोट के कारण दर्द हो तब भी कोविड जांच जरूरी है? तो उन्होंने इससे इनकार किया व अभद्रता करने वाले कर्मियों को जांचने की बात कही।