अविनाश पटेल/मण्डलेश्वर!! व्यक्ति को सहनशील होना चाहिये तभी आप एक अच्छे नागरिक बनेगे ।छोटी-छोटी बातों पर विवाद करना उलझना ठीक नही होता। यदि कोई गाली दे रहा है तो उसका जवाब लट्ठ से देने के बजाय आप उसे समझा देंगे तो विवाद नही होगा। उक्त प्रेरक बातें अपर जिला न्यायाधीश एवम सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भारत सिंह रावत ने ग्राम गोगांवा मिडिल स्कूल में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में कही। घरेलू हिंसा के बारे में न्यायाधीश ने ग्रामीण महिलाओं को सरल शब्दों में जानकारी दी। आपने कहा कि जब महिलाएं बहु को बेटी मान लेगी तो घरेलू हिंसा और महिला प्रताड़न के विवाद नही होंगे। बच्चो को सिर्फ पढ़ाई के लिये ही मोबाइल दे उसके बाद किसी भी काम के लिये उन्हें मोबाइल का उपयोग न करने दे क्योकि आजकल मोबाइल के माध्यम से अश्लीलता फैल रही हैं जो अपराध का कारण बनती है। आपने मोटरयान अधिनियम, वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण कानून की भी जानकारी दी। जिला विधिक सहायता अधिकारी रॉबिन दयाल ने विधिक सेवा प्राधिकरण से निःशुल्क कानूनी सहायता कैसे प्राप्त करे बताया आप ने कहा कि माननीय न्यायालय का मानना हैं कि कोई ऐसा व्यक्ति जो आर्थिक, सामाजिक, शारीरिक रूप से कमजोर है उसे न्याय से वंचित नही रखा जा सकता इसलिये विधिक सेवा ऐसे व्यक्तियों को न्याय दिलाने के लिये हमेशा तत्पर रहती है। महिलाओं, जेल में विचाराधीन बन्दियों, अनुसूचित जाति, जनजाति, बाढ़ या हिंसा से प्रभावित व्यक्ति भी विधिक सेवा प्राप्त कर सकते हैं। उन्हें विधिक सेवा की ओर से न्यायिक शुल्क व वकील उपलब्ध कराया जाता है। कार्यक्रम का शुभारंभ गांधी जी व बाबा साहब के चित्र का पूजन कर किया गया। सरपंच ग्राम पंचायत पथराड पप्पू वास्केल, सचिव कमल पाटीदार, समाजसेवी मोहन सिंह राणा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन पेरालीगल वालेंटियर दुर्गेश कुमार राजदीप ने किया आभार मोहन राणा ने माना। इस अवसर पर प्रधान पाठक कमलेश पाटीदार, अन्य स्टाफ व वरिष्ठ नागरिक महिला पुरूष उपस्थित रहे।