सुभाष गुप्ता/ओड़ीशा!! प्राप्त जानकारी के अनुसार, बारंग क्षेत्र के दाढा पाटणा के तेली साही की उर्मिला महाराणा (83 वर्ष) नामक एक विधवा बुजुर्ग, अपनी बेटी सुलचना महाराणा और भांजी स्नेहालता महाराणा के नाम में बारंग थाने में 19 जनवरी 2021 को एक लिखित शिकायत दर्ज की थी, थाना अधिकारी सिकायत दर्ज करके विभिन्न तरीके से दफा लगा कर बुजुर्ग विधबा की बेटी और भांजी को गिरफ्तार करने के लिए हर तरफ से कोशिस कर रहे है.लेकिन सुनने को मिल रहा है बुजुर्ग विधबा जो लिखित सिकायत थाने में की है, उसमे अपनी बेटी की उम्र, मारपीट की समय, तारीख झूठी होने के साथ, पाखंडी, आधारहीन है सिकायत. विश्वसनीय स्रोतों के अनुसार,अपनी सभी तकलीफों को दूर करने के लिए, भांजी स्नेहा को बोली थी बुजुर्ग. स्नेहा पैसे से एक पत्रकार होने की बजह से, बुजुर्ग की बातों को नजर अंदाज करने के साथ, संदेह आने पर स्नेहा ने बुजुर्ग की एक पूरा लाइव वीडियो सोसियल मिडिया में बनाया था. लेकिन बाद मेंं उन बोले हुए शब्दों को बुजुर्ग नकार देने के साथ , किराए के मकान में रहती हुई स्नेहा के घर पर जाकर गंदी -गंदी गालियां देते हुए थाने तक बात पहंच गई है.
उसके अलावे भांजी स्नेहा बारंग थाना अधिकारी शशिकांत राउत को बारंग में रहने के दिन से ही समस्याओं के बारे में पूरी जानकारी फॉन कॉल के माध्यम से थाना अधिकारी को बोली थी, पर पुलिस अधिकारी ने जवाब में कहा था,आपकी मासी एक बदमाश, खराप चरित्र और उसकी परिवार भी अच्छे इन्शान नहीं है, ” वे लोग हमेशा अपने भीतर झगड़ा करके थाने में हमेशा आते हैं, और यंहा तक की इनका कोई भी मान सम्मान नहीं है इस गाओं में, साही होगा आप इन लोगों से संपर्क काटकर, दूसरी जग़ह पर किराए ले लीजिए और वह जगह छोड़ दीजिए.
बुजुर्ग की इरादों को भांपते हुए और अपनी सुरक्षा के लिए स्नेहा ने एक लाइव विडिओ बनाई थी. इस वीडियो और एक शिकायत को व्हाट्सएप पर बारंग पुलिस अधिकारी को भेजी थी स्नेहा ने.इसके अलावे कटक DCP को भी एक लिखित सिकायत बारंग आईआईसी के नाम में दी थी स्नेहा. सूत्रों के मुताबिक, भांजी स्नेहलता बारंग इलाके में सगी मौसी के घर के पास के मकान भरत साहू के घर पर 6 महीने से किराए पर रह रही है.रहने के दिन से ही बुजुर्ग (मासी ),की दो बेटे और छोटी बहु मिलकर दुर्व्यवहार करते हुए नजर में आए हैं. बिभिन्न समय में छोटी बहु झगड़ा करते हुए धमकी देती है “जिला परिषद हमारे जान पहचान के है, हमारा कोई भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता.
हालांकि, मासी की सभी बातो को सुनकर पत्रकार स्नेहा ने सबसे पहले 4 सालों से इंदिरा आवास घर पर बिजली संजोग करने के लिए बिजली विभाग गई थी बुजुर्ग की बेटी सुलोचना को लेकर. लेकिन बुजुर्ग विधवा की की घर की सभी समस्याओं के कारण बिजली की लाइन तक नहीं पहुंचा जा सकता है, कलेक्टर का परमिसन था बिजली संजोग करने के लिए पर बारंग थाना अधिकारी हमें सहायता नहीं कर रही है, और वंहा के लोग भी बिजली का खम्बा लगाने नहीं दें रहे है, विभाग के इंजिनियर का कहना था. दूसरी बात यह थी कि बुजुर्ग ( मौसी ), घर के पड़ोसियों ने जबरन उसकी जमीन पर कब्जा किया हुआ है बुजुर्ग का कहना है , यही वजह थी कि बार-बार भांजी स्नेहा को दबाव डाल रही थी, इन सभी मुद्दों के ऊपर हस्तखेप करने के लिए मजबूर करने के साथ ज़मीन को कैसे वापस मिलेगा बार बार बोल थी बुजुर्ग. दूसरी और बुजुर्ग विधवा की दो बेटें पुरे शराबी, गांजे के आदि है, और अपनी माँ को हमेशा मारपीट करते हुए नजर में आए हैं, बहुत बार मारपीट करके बुजुर्ग अपनी बेटों के बारे में थाने में शिकायत भी दर्ज हुआ है और गाँव के लोग भी हस्तखेप किए हैं इनके परिवार के मामलों में.
लेकिन 83 वर्षीय बुजुर्ग विधवा (मासी )भांजी स्नेहा और उसके पत्रकार पेशे को अपने परिवार के चक्कर में पूरी तरह से इस्तेमाल करना चाहती थीं.
रिपोर्ट के मुताबिक, बुजुर्ग की आरोप लगाया कि 18 जनवरी, 2021 को सुबह 9 बजे जो झगड़ा और मारपीट के विषय में लिखी है, वह पूरी तरह झूठे हैं, क्योंकि भांजी स्नेहा 17 तारीख के दिन अपनी 14 साल की बेटी को साथ में लेकर शाम को बारंग किराए के घर में आई थी.बुजुर्ग (मासी) की बेटी सुलोचना महाराणा ने कहा कि वह 4 दिनों तक खाना नहीं खाई है , यह सुनने के बाद स्नेहा ने खाना बनाकर सुलचना को खाना खिलाइ थी. हमेशा की तरह स्नेहा महाराणा ने अपने मिडिया और एंकर का काम ख़त्म करके रात के 2 बजे सोइ थी. यंहा तक की 18 तारीख की सुबह 10 बजे मासी की बेटी सुलचना ने दरवाजा खटखटाया. अचानक, लगभग 11 बजे, बुजुर्ग (मासी ) अपनी छत पर कूद कर भांजी स्नेहा के किराए के घर के सामने अश्लील और भद्दी गाली देना सुरु की.बुजुर्ग का कहना था मुझे तुम ने सीखा कर विडिओ बनाई हो, तुम छोटे जात में सादी की हो ऐसे बहुत से गंदे गाली देती गई और किराए के मकान को अपना मकान बोलती हुइ, “मेरे मकान से निकल जा आगे देखना तेरा में क्या हालत करूंगी तू देखना आगे जाकर थाने में.स्नेहा ने बुजुर्ग की ऐसे हरकत को देखकर मजबूरन अपनी बेटी को लेकर करीब 1 बजे बारंग इलाके से कटक बापस आ गई थी. कटक आने के बाद बारंग थाना अधिकारी को फॉन में सूचित देने के साथ व्हाट्सएप में शिकायत और वीडियो क्लिप भेजी थी स्नेहा ने.
19 तारीख को स्नेहा बारंग के किराए के मकान को दोपहर 3 बजे गई थी, लेकिन बारंग पुलिस अधिकारी ने स्नेहा को शाम 5 बजे फोन किया और कहा, “आपके नाम पर, आपकी मासी ने शिकायत की है ” आपने उसे दौड़ा दौड़ा कर मारपीट की है, आप घर पर ही रहिए, मैं आ रही हूं. लेकिन “स्नेहलता बारंग पुलिस अधिकारी से पूछा कि आप मासी की झूठे आरोपों के आधार पर मुझे बदनाम कर रहे हैं, लेकिन मेरी वीडियो क्लिपिंग और व्हाट्सएप पर भेजा गया सिकायत का किया हुआ ?अधिकारी का कहना था की व्हाट्सअप सिकायत, बीडीओ क्लिपिंग या voice रिकॉडिंग स्वीकार नहीं करूँगा, बुजुर्ग वरिष्ठ नागरिक, इसलिए उन्होंने जो कहा या लिखा है वह पूरी तरह से सच है.थाना अधिकारी की उल्टे जबाब को देखते हुए स्नेहा ने कमिशनरेट पुलिस (कटक /भुबनेश्वर )प्रतिक सिंह जी से मुलाकात करके मौखिक और लिखित सिकायत दर्ज की थी बारंग थाना अधिकारी के नाम पर स्नेहा ने.
घटना को दस दिन बीत चुके हैं, लेकिन कटक डीसीपी को हल करने के बजाय,उल्टा बारंग पुलिस अधिकारी पत्रकार स्नेहलता को गिरफ्तार करने के लिए और अधिक उत्सुक दिखा रहे हैं, और साथ में समाज में स्नेहा की छबि को गन्दा रुचि दिखा रहे हैं.
पत्रकार स्नेहा के अनुसार, पुलिस अधिकारी ने कहा कि आपकी मासी ने आपके नाम एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन लिखित पर्ची में मासी की बेटी का नाम भी दर्ज है, और यह अधिकारी का सोची समझी कुछ सडयंत्र है स्नेहा को फ़साने और बदनाम करने के लिए.
सवाल यह है कि 83 वर्षीय बुजुर्ग ने कितनी शिकायतें की हैं?
सिकायत के पीछे क्या किसी भी बुरे इरादे रखते हुए कोई खेल खेल रहे हैं क्या थाना अधिकारी, क्योंकि सवाल यह है की बारंग पुलिस अधिकारी एक पारिवारिक मामले को लेकर इतना उत्साहित क्यों है?
दूसरी और पत्रकार स्नेहा महाराणा ने शनिवार 16 जनवरी, 2021 को एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, माहंगा डबल हत्या को लेकर खबर था, जिसमे की राजनीती के और इसारा जाता हुआ संदेह हो रहा है.जिससे की एकतरफा बदनाम और सडयंत्र करने और पुलिस अधिकारी के साथ मिलकर, बुजुर्ग को अस्त्र की तरह इस्तेमाल करके पत्रकार स्नेहा के खिलाप एक साजिश रचने की चर्चा हो रही है. की चर्चा हो रही है. आने वाले दिनों में, इन सभी प्रश्न के ऊपर संदेह है,पर सवालों का खुलासा हो पायेगा क्या पत्रकार को सही न्याय मिल पायेगी यह देखना बाकी है.
संवाददाता-सुभाष गुप्ता/हरप्रिया किसान/लबाकिशोर!! महिला पत्रकार के ऊपर झूठी आरोप को लेकर लोगों के बीच असंतोषI सुचना के अनुसार 19/01/21 को एक वृद्ध महिला की शिकायत को आधार बना कर कटक, बारंग थाना अधिकारी का महिला पत्रकार पर कार्यानुष्ठान से एक प्रश्न उत्त्पन हो रहा है, क्यूंकि उक्क्त वृद्ध महिला ने अपनी भतीजी पर ही आरोप लगाए हैं जो कि विश्वास योग्य नहीं हैI भतीजी स्नेहलता के अनुसार उक्क्त महिला ने अपनी इंद्रा आवाश घर पर इलेक्ट्रिक लाइन लगवाने के लिए बोली थी, भतीजी ने प्रयास भी किया था मगर विभिन्न कारणों से लाइन नहीं लग पाया थाI स्नेहलत महाराण दिल्ली क्राइम प्रेस की पत्रकार होने के नाते उनकी प्रयास से इलेक्ट्रिक लाइन उनके घर पर पहुँच जाएगी ऐसा उनको उम्मीद थी, मगर इलेक्ट्रिक लाइन नहीं पहुँच पाने के कारण उक्क्त महिला ने आक्रोश मे आकर उन् पर यह गलत आरोप लगाया है की उन्होने उनके साथ मारपीट की है, ऐसा पत्रकार का कहना हैI पत्रकार को उक्क्त बृद्ध महिला के बातों पर शक होने पर और उसकी हरकते संदिग्ध लगने पर पत्रकार ने उसकी एक वीडियो बनाया था जिसमें महिला ने अपनी सारी बातें और परेशानिया बताई है, कीस तरह से उनके बेटे और बहु उनपर अत्त्याचार करते हैं, मारते पीटते हैं, उक्क्त वृद्ध महिला ने वीडियो मे कहा है की उनकी जमीन को भी यहां के लोगों ने जबरदखल कर रखा है उससे हाशिल करने मैं उनकी मदद कर, क्यूंकि पत्रकार को शक हो गया था की यह महिल उनका इस्तेमाल करना चाह रही है, इसलिए उन्होंने यह वीडियो बनाया था, पर जब उक्क्त महिला ने देखा की यह उसका काम नहीं कर रही है तब उक्क्त महिला ने थाने मैं जाकर उनके खिलाफ झूठी शिकायत करवाई है, ऐसा स्नेहलता का कहना है, और उनका कहना है की ऐसा नहीं होने के कारण उक्क्त महिला उलटे उसके घर पर आकर गाली गलोच, की और बहुत ही भद्दी भद्दी गालियां दी थी और धमकी देकर आयी थी की देख मैं अब तेरा क्या करती हूँ I उसके अगले दिन ही उक्क्त महिला थाने मैं शिकायत दर्ज कराई थी, सुचना मिलने के बाद पत्रकार ने पुलिस अधिकारी से फ़ोन पर बात की, पुलिस अधिकारी का कहना है की वृद्ध महिला के बातों को ही सही माना जाएगा, तब प्रश्न यह उठता है की इनके पास जो वीडियो है क्या यह गलत है और अगर गलत नहीं है तब इस वीडियो मैं उक्क्त महिला ने यह भी आरोप लगाया है की, मैं जब शिकायत लेकर थाने जाती थी तब पुलिस अधिकारी मुझसे बदतमीजी करते थे गाली और धक्का देकर थाने से भगाते थे, तब यह भी सही होगा, क्यूंकि वीडियो पत्रकार के पास मौजूद हैI पत्रकार ने उस वीडियो को DCP के पास भेजा है और मौखिक और लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है मगर अभी तक कोई कारवाही नहीं हुई हैI यहां सूचित किया जाता है की पत्रकार स्नेहा ने 16/01/21को एक खबर छापी थी जिससे कुछ प्रभावशाली लोगों मैं खलबली मच गई थी, हो सकता है इस कारण से थाने अधिकारी पर दबाब बनाया जा रहा हो की की पत्रकार पर कार्यवाही हो, ऐसा लोगों के बिच मैं अफवाह है I लोगों का कहना है की दोनों पक्ष पक्ष की बातों को सुना जाए और सही घटना को सामने लाया जाए, और जो भी निर्दोष हो उसे न्याय मिले I इसलिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस मामले मैं हस्तछेप करे और पत्रकार को न्याय मिले इसकी सब तरफ से मांग हो रही हैI