रमेश प्रजापत/अलावडा!! गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा गुरु नानक देव के प्रकाश उत्सव के उपलक्ष में शनिवार को गांव में सुबह प्रभात फेरी निकाली गई। जानकारी देते हुए गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान गुरनाम सिंह गामी ने बताया कि प्रतिदिन सुबह 5:00 बजे से प्रभात फेरी गुरुद्वारा परिसर से शुरू होकर कस्बे के प्रमुख मार्गो से होते हुए गुरुद्वारा साहब वापस लौटती है। यह प्रभात फेरी 15 नवंबर से प्रारंभ हुई जो 30 नवंबर तक निकाली जाएगी। सुबह हर रोज निकलने वाली प्रभात फेरी में गुरु नानक देव जी की महिमा का गुणगान किया जाता। हे प्रभात फेरी का प्रतिदिन श्रद्धालुओं के घरों में स्वागत किया जाता है। प्रभात फेरी के समापन पर गुरुद्वारे में गुरु नानक देव का 30 नवंबर को 551वां प्रकाश उत्सव पर रात्रि को कीर्तन दरबार मे हजुरी रागी गुरशरण सिंह जी कीर्तन द्वारा संगत को निहाल करेंगे एवं उसके बाद गुरू का लंगर लगाया जाएगा। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष गुमनाम सिंह ने वताया की गुरु नानक देव सिख धर्म की स्थापना की थी। उन्होंने जिन मूल्यों को आधार बनाकर सिख पथ की स्थापना की थी। वे मूल्य दुनिया को बेहतर बनाने का संकल्प सूत्र है। महिलाओं को बराबर का दर्जा, छुआछूत का विरोध सभी को बराबर समझाना उनकी प्रमुख शिक्षाएं थी। इस प्रभात फेरी में बड़ी संख्या में सिख समाज के श्रद्धालु गुरु महिमा का गान करते हुए शामिल हुए। प्रभात फेरी के इस मौके पर हरजिंदर सिंह, गुरशरण सिंह, परविंदर सिंह, सुखदीप सिंह, रंजीत सिंह, डा हरबश सिंह, परमजीत सिंह, पहलाद सिंह, रघुवीर सिंह, मलकीत सिंह, कुलवंत सिंह, गुरबचन सिंह, गुरनाम सिंह, तलवि़दर सिंह, गुरमीत सिंह प्रभात फेरी में महिला व बच्चे आदि उपस्थित रहते हे।