राजेन्द्र सिह चौहान/उत्तरकाशी!! उत्तरकाशी के आराकोट बंगाण क्षेत्र में गत वर्ष अगस्त में आयी आपदा को कभी भी नहीं भूल पाये कोठीगाड बंगाण के ग्रामीण। आपदा में सब कुछ गँवा चुके पीड़ितों यहाँ के पीड़ित किसी तरह अपनी-अपनी जिन्दगी को पटरी पर ला रहे थे। कल रात को हुई भारी बारिश ने फिर पुरानी यादों को ताजा कर दिया। आराकोट चिवां मोटर मार्ग मोलडी गाँव के पास गत वर्ष आपदा के वाद नासूर बन गया है। कल रात की बारिश के बाद यह मार्ग आज सुबह से ही भूस्खलन होना शुरू हो गया है। अगर यह मोटर मार्ग इसी तरह भूस्खलन होता रहा तो यहाँ के बागवानों के लिए शुभ संकेत नहीं। यहाँ के बागवानोंको चिंताए सताने लगी कि किस तरह हम अपनी नगदी फसल सेब को मण्डी तक पहुंचाएं। गत वर्ष आयी आपदा के वाद लोक निर्माण विभाग पुरोला ने इस मार्ग पर करोडों रुपये खर्च करने के बाद भी मोटर मार्ग की स्थिति दयनीय है। इस मोटर मार्ग के साथ-साथ टिकोची वरनाली माकुडी, वरनाली झोटाडी, टिकोची किराणु दुचाणु, आराकोट भुटाणु व शहीद दिनेश गमरी मैजणी मोटर मार्ग की तो स्थिति ही बहुत ही दयनीय है इस पर तो खाइयां बनी ही। अगर यही स्थिति रही तो इन रोडों से सेब को मण्डी तक पहुंचाएं नामुमकिन है। लेकिन लोक निर्माण विभाग पुरोला अभी सोया हुआ है न जाने कब विभाग की निद्रा टुटेगी। बागवानों में समाजसेवी मनमोहन सिंह चौहान, सुरेन्द्र सिह चौहान, अनिल चौहान, दिनेश चौहान किराणु, एम एस रावत, गब्बर सिह रावत, किशोर राणा ईशाली, बनटू राणा, रघुवीर सिह पंवार, कल्याण सिह, कुन्दन सिह सते सिह व दौलत सिह आदि ग्रामीणों ने विभाग पर अनदेखी का आरोप लगाया और विभाग को चेतावनी देकर कहा हमारा सेब का सीजन पिक पर है अगर हमारा सेब विभाग की लापरवाही से समय पर मण्डी नही पहुचेगा तो हम सब बागवान भाई विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलेगे और धरने पर भी बैठना पडेगा तो बैठेगे। उधर लोक निर्माण विभाग पुरोला के अधिशिसी अभियंता धीरेन्द्र कुमार का कहना है कि हमने मशीनें सभी रोडों के लिए भेज दी है हम सभी रोडों में खड्डे इत्यादी को भर देंगे। ताकि सभी रोडों पर वाहन चल सकेगे और सेब को समय पर मण्डी पहुंचाया जायेगा। विभाग का प्रयास रहेगा कि रोडे बंद न रहे इसके लिए विभाग ने पुरी तैयारियां कर ली है।
