शिवम शर्मा/शाहजहांपुर!! शाहजहांपुर जिले के थाना अल्लाहगंज क्षेत्र के गांव देवीपुर व रावतपुर में बाल्मीकि समाज की 15 महिलाओं के खाते में भेजी गई अनुदान की रकम को तथाकथित कथित जालसाजो ने खाता चेक करने के बहाने अंगूठा लगवा कर आठ आठ हजार रुपए उड़ाये। पीड़ित महिलाओं ने शपथ पत्र व प्रार्थना लिखकर अपराध शाखा को शिकायत करने का फैसला किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ठगी का शिकार हुई गांव देवीपुर व रावतपुर की महिलाओं ने प्रार्थना पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार ने सफाई कर्मचारी एवं वित्त कल्याण निगम द्वारा उनके खातों में चालीस चालीस रुपये भेजा था। यह पैसा उन महिलाओं को भेजा गया जो मैला ढोने का काम करती थी और उन्होंने मैला ढोने का काम छोड़ दिया हैं। भारत सरकार ने इस शर्त के आधार पर उनको ₹40000 अनुदान सहायता राशि उनके खातों में भेजी। परंतु इसकी भनक लगते ही एक शातिर दिमाग मुरारीलाल भास्कर एडवोकेट ने गांव टिकोला निवासी अरविंद, गंगा प्रसाद सफाई कर्मी बभनी आदि 4 लोगों को ठगी का गुर्गा बनाकर गांव गांव भेजा और उनसे कहा की उनसे यह कहकर पैसा निकलवाना है कि यह पैसा हमने भिजवाया है और कहा गया कि यदि यह दिए पैसा वापस हम को नहीं दोगी तो यह पैसा हम सरकार के पास वापस करवा देंगे। इससे डरी समी महिलाओं को उन्होंने पासबुक वह आधार कार्ड जप्त कर लिए। इस प्रकार जनपद में सैकड़ों महिलाओं के साथ उन्होंने पैसे की निकासी करवा ली। अल्लाहगंज थाना क्षेत्र के गांव देवीपुर व रावतपुर में एक जन सेवा केंद्र संचालक को भी साथ में लाएं जिन्होंने डिवाइस पर अंगूठा लगवा कर उनसे कहा कि तुम्हारे खाते में पैसा आए हैं या नहीं आए हैं यह चेक करने के लिए अंगूठा लगवाया और उनका पैसा खाते से साफ कर दिया। महिलाओं ने मुख्यमंत्री अपराध शाखा व थाना अल्हागंज को प्रार्थना पत्र देने की तैयारी की है। पीड़ित महिलाएं कमला पत्नी छोटेलाल, वृंदा पत्नी भग्गू लाल, तारा पत्नी विनोद, विजन पत्नी सुनील कुमार, नीतू पत्नी संजय, मालती पत्नी दुलारे, निवासी ग्राम देवीपुर बा रीता पत्नी गजेंद्र, मीना पत्नी विष्णु, बीनू पत्नी सर्वेश, सुदामा पत्नी अरविंद कुमार, बिजरानी पत्नी रज्जू ग्राम रावतपुर की रहने वाली हैं। जिन्होंने शपथ पत्र एवं प्रार्थना पत्र तैयार करके शिकायत करने की तैयारी कर ली है। वही अनुमान लगाया जा रहा है कि जनपद में करीब 3000 महिलाओं के खाते में पैसा आया है और यह जालसाज नटवरलालो ने 8 से ₹10000 की ठगी करके करोड़ों का हाथ साफ कर लिया है। वहीं तमाम अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए।
