संजय वर्मा/हिसुआ!! बोधगया बिहारशरीफ फोरलेन निर्माण में लगी गायत्री कंट्रक्शन द्वारा तिलैया नदी में पुल बनाते समय सिंघौली-डुमरी , अचलपुर पैईन का साईड वाल तोड़ दिया गया था। जैसे ही कम्पनी ने साईड वाल तोड़ने में हाथ लगाया आधा दर्जन गाॅव के सौ की संख्या में ग्रामीण आकर साईड वाल तोड़ने का विरोध किया और पैईन पर ही डेरा डाल दिया। साईड वाल तोड़े जाने का मामला इतना तूल पकड़ा कि तात्कालीन जिलाधिकारी कौशल कुमार को आकर हस्तक्षेप करना पड़ा था। सिंघौली, सरतकिया, डुमरी, चक, मुर्गियाचक, अचलपुर एवं सिंहीनचक के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को बताया कि लघु सिंचाई विभाग से करीब 25 लाख रूपये की लागत से साईड वाल का निर्माण हुआ था। इस पैईन से करीब 1400 एकड़ जमीन की सिंचाई होती है। साईड वाल टूटने से पैईन का पानी नदी में चला जायेगा और 1400 एकड़ उपजाऊ जमीन बंजर बन जायेगा। ग्रामीणों की मजबुरी सुन जिलाधिकारी ने उन्हें आश्वश्त कराया की पुल निर्माण के बाद कम्पनी द्वारा तोड़े गये साईड वाल को बना दिया जायेगा। जिलाधिकारी के समक्ष कम्पनी के प्रबंधक ने भी ग्रामीणों को आश्वस्त कराया कि साईड वाल का निर्माण करा दिया जायेगा। पुल भी बन गया और जिलाधिकारी का भी तबादला हो गया लेकिन पैईन का साईड वाल नहीं बन पाया। उक्त गाॅव के किसान मोसाफीर कुशवाहा, रामयतन सिंह, सुरेश महतो, मनोज कुमार, राम स्वरूप यादव सहित दर्जन भर लोगों ने बताया कि साईड वाल नहीं बनने से गत वर्ष तो फसल मारी ही गयी इस वर्ष भी फसल मारे जाने की पूरी सम्भावना है तथा 1400 एकड़ उपजाऊ जमीन बंजर बन जायगा।
