देश दीपक शुक्ला/हरदोई!! विकासखण्ड कोथावां के ग्राम धरौली का मामला आपको बताते चले ग्राम नेवादा लोचन के मजरा धरौली का यही बारात घर है, जिसे अभी कुछ वर्षों पहले ही लाखो रुपये की लागत से बनाया गया था। जिससे ग्रामीण इलाको में बारात रुकने की व्यवस्था हो सके गांव वालो के मुताबिक निर्माण होने के बाद इसकी मरम्मत और साफ सफाई का जिम्मा उठाने वाला कोई नही है। ग्रामीणों के द्वारा इसकी जानकारी ग्राम प्रधान से लेकर वी डी ओ तक दी गयी, लेकिन इसकी जिम्मेदारी उठाने वाला कोई नही है। स्पष्ट रूप से कहा कहा जा सकता है कि ये गरीबों के खून पसीने की कमाई सरकार व प्रशासनिक अधिकारी बर्बाद करने में तुले हैं। किसी का इस बरात घर की ओर ध्यान नहीं है। साफ स्पष्ट है कि अधिकारी और कर्मचारी सरकार द्वारा सारी योजनाओं को पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं।