संवाददाता-चिन्मय तिवारी!! असम में बाढ़ की स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही है। राज्य के 33 में से 25 जिलों में बाढ़ से 30 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि असम में बाढ़ से अब तक 91 लोगों की मौत हो चुकी है। बंगाईगांव कोकरा झार जिले में दो लोगों की मौत की सूचना है, जबकि कई पार्कों के जानवरों की कई प्रजातियां बाढ़ में फंस गई हैं, जिनमें बारह शेर, गैंडे, 94 हिरण और चार भैंस, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर सेबर लगभग 90% पानी में डूब गए हैं। राज्य के जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी शरत चंद्र काली ने 19 जुलाई को कहा कि बाघों और गैंडों सहित कई जानवरों को पहले ही बचावकर्मियों द्वारा उनके पार्कों में भेज दिया गया है। बाढ़ के कारण अधिकांश भूमि जलमग्न हो गई है। जल स्तर न केवल गुवाहाटी बल्कि डिब्रूगढ़, जोरहाट, तेजपुर, गोलपारा और धुबरी जिलों में भी बढ़ रहा है। जल स्तर खतरे के स्तर से ऊपर उठ रहा है और असम में बाढ़ की स्थिति समान दर से बढ़ रही है। असम में 16 बचाव दलों से अब तक 78,317 लोगों को बचाया जा चुका है। बचाव कार्य अभी भी जारी है। इतना ही नहीं, असीम सरकार ने असिम सरकार की ओर से संकटग्रस्त लोगों के लिए पुनर्वास की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि केंद्र सरकार किसी भी तरह से मदद करने के लिए तैयार है। पूर्वी भारत के बिखरे हिस्सों से भारी बारिश की संभावना।
