जगमाल सिंह/हरियाणा!! रेवाड़ी में आज तक प्रजापत महाराज की जयंती बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाई गई जयंती के उपलक्ष में समाज के लोगों द्वारा नगर के प्रजापत चौक स्थित पौधारोपण कर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया गया। प्रजापत समाज के सदस्य पंकज प्रजापत ने बताया कि आज दक्ष प्रजापति जयंती के अवसर पर समाज के लोगों द्वारा प्रजापत चोक पर लोग ने स्थित फलदार व छायादार पौधे लगाकर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों को आगे आकर ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए। मनुष्य को हर खुशी के उत्सव में पौधारोपण कर पर्यावरण बचाने की मुहिम में अपना योगदान दें ताकि दूषित पर्यावरण को शुद्ध किया जा सके। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि दक्ष प्रजापति ब्रह्मा जी के मानस पुत्र थे और भगवान शंकर की पत्नी सती के पिता थे। दक्ष प्रजापति का विवाह स्वायंभूव की तृतीय पुत्री प्रसूति के साथ हुआ था। भगवान के आदेश पर दक्ष प्रजापति ने सृष्टि की वृद्धि के लिए 10000 तेजस्वी पुत्र पैदा किए। जन्म के साथ ही सभी पुत्र ज्ञान से युक्त थे। दक्ष ने उन्हें कहा कि भगवान का आदेश है कि हमें सृष्टि की वृद्धि करना है इसलिए तुम सारे संसार में फैल जाओ और उत्तम संतान पैदा करो। पिता की आज्ञा लेकर वह अपने कार्य संपन्न करने निकल पड़े परंतु देव ऋषि नारद ने उन्हें अपने कार्यों से विमुख करके पृथ्वी भ्रमण के लिए भेज दिए। जब यह बात राजा दक्ष को पता चली तो उन्होंने नारद को श्राप दे दिया कि तुम कभी एक जगह रह नहीं पाओगे इसी कारण नारद जी का घर नही बसा और वह एक जगह से दूसरी जगह भटकते रहते हैं। इस मौके पर प्रहलाद प्रजापत, कपिल प्रजापत, हरि ओम प्रजापत, सुनील प्रजापत करावरा, लालाराम, गोमीराम, सुनील कुमार प्रजापति, उत्तम कुमार, देवेंद्र कुमार, अमित कुमार, सुमेर वर्मा, पूरण सिंह प्रजापत व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।