फ़रीदाबाद: सिद्धपीठ हनुमान मंदिर की ओर से शहर भर में कार्ड बंटवा कहर लोगों को लंका दहन से पूर्व निकलने वाली शोभायात्रा में शामिल होने के निमंत्रण दिए गए थे। लंका दहन का आयोजन दशहरा मैदान में होता है। हनुमान जी के स्वरूपों से सुसज्जित शोभा यात्रा जब दशहरा मैदान पहुंचती है, तो आतिशबाजी से युक्त बनाई गई लंका पर प्रहार के बाद यह धू-धू कर जलती है। इस दौरान खूब रौनक होती है, पर दोपहर को जब सिद्धपीठ हनुमान मंदिर से यात्रा की रवानगी होने लगी, तो एसीपी गजेंद्र ¨सह व एसीपी राधेश्याम पुलिस बल के साथ पहुंचे, ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में तहसीलदार विवेक मौके पर मौजूद थे।
पुलिस अधिकारियों ने शोभा यात्रा को एक नंबर के मुख्य बाजार में स्थित मंदिर प्रांगण के बाहर ही रुकवा दिया। इधर जब मंदिर प्रधान राजेश भाटिया व उनकी टीम ने यात्रा रुकवाने का विरोध किया, तो दोनों ओर से तकरार शुरू हो गई। इस पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसमें झांकियों में हनुमान, राम-लक्ष्मण आदि के स्वरूप में बैठे युवाओं व बच्चों का भी ध्यान नहीं रखा गया और उन्हें भी लाठियों का डर दिखा कर दौड़ा दिया गया।
मंदिर का मुख्य द्वार बंद कर बाकी आयोजकों को अंदर ही कैद कर दिया गया। इस दौरान मंदिर की छत से किसी ने दो-चार बार पथराव भी किया, वहीं मंदिर पदाधिकारियों ने लाठीचार्ज का आरोप लगाया। तनाव भरी स्थिति के बीच आसपास के दुकानदारों ने अपनी दुकानों को बंद करना बेहतर समझा। मंदिर के सामने कई ज्वैलर्स, कपड़ों आदि के शोरूम है। फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठन भी नहीं कर सके आयोजन।
रिपोटर:-अशोक यादव