चंडीगढ़/पानीपत। प्रदेश में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल 9वें दिन भी जारी रही। वहीं हरियाणा निवास पर परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार और रोडवेज यूनियन के बीच हुई बातचीत असफल हो गई है। कर्मचारी 720 बसों के परमिट रद्द करने की मांग पर अड़े रहै, वहीं सरकार इस संबंध में जांच करने वाली की मांग करती रही। अंत में जब बात नहीं बनी तो वार्ता विफल हो गई। अब सरकार हड़तालियों से सख्ताई से निपटेगी।
सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए मंगलवार को प्रोबेशन पीरियड पर चल रहे 6 और ड्राइवर को बर्खास्त कर दिया था। 293 को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है। वहीं, नए ड्राइवर की जॉइनिंग के कारण मंगलवार को रोड पर दौड़ने वाली रोडवेज बसों की संख्या 1464 पहुंच गई।
यह संख्या सोमवार को 884 रही थी। सहकारी समितियों की 1059 बसें अन्य दिनों की तरह चलीं। स्कूलों व प्राइवेट बसों की संख्या 279 रही। इससे लोगों को काफी राहत मिली। बता दें कि तालमेल कमेटी ने 25 अक्टूबर तक हड़ताल घोषित की हुई है। यह भी कहा कि 720 प्राइवेट बसों को परमिट न देने की मांग नहीं मानी तो हड़ताल आगे बढ़ाई जाएगी। अब बुधवार को होने वाली वार्ता पर सबकी नजरे टिकी हैं।