बिसवां सीतापुर शासन के दिशा निर्देशों को ताक मे रखकर विद्यालय संचालित किया जा रहा है।तहसील बिसवां के अंतर्गत ग्राम मोंच मे सरला बाल विद्या मंदिर निजी भवन मे बिना बोर्ड के संचालित किया जा रहा है विद्यालय प्रबंधक बाहर नौकरी कर रहा है। विद्यालय मे लगभग 140 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। जब विद्यालय पहुचे तो विद्यालय के प्रधानाचार्य नदारद मिले और विद्यालय के शिक्षक व शिक्षिकाएं आपस मे बच्चो को पढ़ाने की बजाय आपस में मशगूल मिली।
विद्यालय मे बच्चो के लिए शौचालय की कोई भी व्यवस्था नही है। जिससे विद्यालय के बच्चो को बाहर शौचालय के लिये जाना पड़ता है और न ही विद्यालय के प्रधानाचार्य का किसी भी प्रकार का कार्यालय भी नही और न ही बच्चो को शिक्षा प्रदान करने वाली शिक्षिकाओं के लिए किसी भी प्रकार के बैठने की व्यवस्था नही है।
विद्यालय 2008 से संचालित किया जा रहा है।विद्यालय की मान्यता है कि या नही सिर्फ सरकारी सुविधाओं का फायदा उठाने के लिए ही विद्यालय संचालित किया जा रहा है। यह विचारणीय प्रश्न मातहत अधिकारियों को देखने की जरूरत है। यह विद्यालय कक्षा 1 से 8 तक संचालित किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार बच्चो के भविष्य को देखते हुए शिक्षा के प्रति लाखो रुपया खर्च करती है लेकिन शिक्षा को व्यवसाय के रूप मे सरकारी सुविधाएं हासिल करने के लिए विद्यालय प्रबंधक रामपाल वर्मा उमेश वर्मा नियमो व दिशा निर्देश को ताक मे रखकर विद्यालय संचालित करवा रहा है।इस बाबत खंड शिक्षा अधिकारी जितेंद्र बहादुर चौधरी ने जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि जांच करवाकर कार्यवाही की जायेंगी। -आशीष त्रिपाठी की रिपोर्ट