सीतापुर जिले के बिसवां तहसील के ग्राम पंचायत राजा करनाई में सरकार गाँवो के विकास के लिए भले ही करोड़ो रूपये खर्च करे। लेकिन ग्राम प्रधान व मातहत अधिकारियों की कृपा पात्र से गाँवो का विकास सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। बिसवां विकास खंड की ग्राम पंचायत राजा करनाई मे लाखो रुपयों से वाई फाई से सुसज्जित ग्राम सचिवालय सफेद हाथी साबित हो रहा है। वाई फाई की सुविधा का लाभ ग्राम प्रधान के चहेते लोग उठा रहे है।
ग्राम सचिवालय उचित देख रेख न होने के कारण जर्जर हालत मे आँसू बहा रहा है। ग्राम पंचायतों की बैठक के लिए सरकार लाखो रुपया खर्च करके ग्राम सचिवालय का निर्माण करवाती है। लेकिन ग्राम प्रधान व मातहत अधिकारियों की उपेक्षा के चलते ग्राम सचिवालय सिर्फ कागजों पर ही है।
ग्राम सचिवालय हमेशा ही खुला रहता है। दरवाजे गायब है। अराजक तत्वो का जमावड़ा लगा रहता है। मातहत अधिकारी कभी भी स्थलीय निरीक्षण की जहमत नहीं उठा पा रहे है और न ही ग्राम पंचायतों के विकास कायो की जांच ही करवा पा रहे है। क्या सरकार विकास कार्यो के पैसों से ग्राम प्रधान व मातहत अधिकारियों की जेबे भरने के लिए ही खर्च करती है। अब देखना होगा कि शासन के उच्चाधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत राजा करनाई के विकास कार्यो की जांच हो पायेगी। -आशीष त्रिपाठी की रिपोर्ट