भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा कैंसर पर जारी किए गए शोध में कहा गया है 2012 में जहां देशभर में कैंसर के 10 लाख मामले सामने आए थे जो 2017-18 में बढ़कर 11.5 लाख हो गए।
नए आंकड़ों के मुताबित कैंसर की वजह से मरने वालों की संख्या में भी 12 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कैंसर की वजह से 2012 में जहां सात लाख लोगों की मौत हुई थी वहीं 2017-18 में इससे मरने वालों की संख्या 7.8 लाख हो गई है।
आईसीएमआर कैंसर सेंटर के निदेशक डॉ रवि मेहरोत्रा ने बताया कि होंठ और ओरल कैविटी कैंसर के मामले में पिछले छह सालों में 114 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जबकि स्तन कैंसर तेजी से शहरी जीवनशैली की देन के रूप में उभरा है और इसमें भी 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2012 में 1.4 लाख मरीज थे जो 2018 में बढ़कर 1.6 लाख हो गए हैं।