संवाददाता-मनीष शुक्ल!! शिक्षकों द्वारा शिक्षण अधिगम सामग्री पर आधारित प्रदर्शनी को अतिथियों ने खूब सराहा गया। बधाई के पात्र हैं नवाचारी शिक्षक- कार्यवाहक प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी गजेन्द्र सिंह (हापुड़) जिले के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में शून्य निवेश आधारित गतिविधि शिक्षण पद्धति एवं इनोवेटिव पाठशाला के तहत अरविंदों सोसायटी एवं बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षक सम्मान व प्रर्दशनी का आयोजन जिला प्रशिक्षण संस्थान हापुड़ में किया गया।प्रदर्शनी में जनपद के विकास खंड हापुड़ नगर, पिलखवा धौलाना, गढ़, सिंभावली, हापुड़ के विद्यालयों के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान करीब 64 विद्यालयों के करीब 300 शिक्षकों ने नवाचारी शिक्षा संबंधी क्रियाकलापों के माध्यम से शिक्षा के महत्व को प्रदर्शित किया। जिसे उपस्थित अतिथियों ने खूब सराहा।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्राचार्य डायट वीरपाल सिंह जिला विद्यालय निरीक्षक, भूपेंद्र सिंह, जिला प्रशिक्षण समन्वयक रहे। कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण कर द्वीप प्रज्जवलित किया। इस दौरान हापुड़ जिला के प्राथमिक विद्यालय नवादा की डॉक्टर रेणु देवी ने मां सरस्वती बंदना व स्वागत गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी जिला प्रशिक्षण संस्थान प्रभारी प्राचार्य वीरपाल सिंह ने कहा कि बेसिक शिक्षा हमारी रीढ है। अध्यापकों के द्वारा किए गए नवाचार को देखकर ऐसे लग रहा है कि बेसिक शिक्षा में अध्यापन कार्य कर रहे शिक्षक किसी भी कान्वेंट विद्यालय के शिक्षक से कम नहीं है।उन्होंने श्री अरिविदों सोसायटी के प्रयासों को सराहा और कहा कि बेसिक शिक्षक बधाई के पात्र हैं। जिला विकास अधिकारी ने कहा कि शिक्षकों की मेहनत को देखकर लग रहा है कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार अवश्य ही आयेगा।जिला समन्वयक प्रशिक्षण भूपेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षक यदि बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार करें व विद्यालय के कक्षा कक्षों को सजाकर रखें तो अवशय ही परिषदीय विद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार अवश्य आयेगा जो आज शून्य निवेश नवाचार परिषदीय शिक्षकों ने ट्रेनिंग के उद्देश्य को सार्थक कर दिया है। जनपद हापुड़ का नाम प्रदेश में नवाचार की श्रेणी में अग्रिम पंक्ति में पहुंचाने का कार्य शिक्षक कर रहे हैं। श्री अरविंदों सोसायटी के द्वारा उत्तर प्रदेश में वर्ष 2016 से ही शून्य निवेश नवाचार पर शिक्षकों के साथ मिलकर कार्य कर रही है। कार्यक्रम का आभार संचालन यशार्थ सिंह, अंकित सूर्यवंशी, गुलाम जीलानी, मनोज शर्मा ने संयुक्त रुप से किया।
इनमें प्रमुख रहे टीएलएम-परिषदीय विद्यालयों के द्वारा शून्य निवेश शिक्षा पर आधारित लगाई गई प्रदर्शनी में विशेष रुप से टीएलएम-स्वच्छ भारत अभियान, कबाड से जुगाड, चक्के पें चक्का, कार्ड गैम, मैजिक बोक्स, आसान विधि जोड-घटाना, बारहखडी, हस्तकला कौशल, भारत दर्शन, गौशाला, ज्ञान बढाओं टीएलएम, प्रकाश का परिवर्तन, शीतलक वर्किंग मांडल, क्राफ्ट प्रदर्शनी आदि विशेष रहे।


