शिवम शर्मा/शाहजहांपुर!! तिलहर में किराए के मकान में रह रहे खाद एवं रसद विभाग के सीनियर मार्केटिंग इंस्पेक्टर की बंद कमरे में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मजिस्ट्रेट तथा विभागीय अधिकारियों मौके पर पहुंचे। पुलिस ने जांच पड़ताल की। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव बाहर निकाला। मार्केटिंग इंस्पेक्टर की मौत से उसके परिजनों का हाल बेहाल है। बिजनौर के मयूर बिहार कॉलोनी आदमपुर रोड निवासी कुशल पाल सिंह तिलहर क्षेत्र के चावरखास में लगे धान क्रय केंद्र पर इंचार्ज के रूप में तैनात थे। वह तिलहर की मधुवन कॉलोनी में छत्रपाल गंगवार के मकान में अकेले किराए पर रहते थे। मकान मालिक छत्रपाल गंगवार ने बताया कि हर रोज की तरह वह गुरुवार शाम ड्यूटी से घर आए और अपने कमरे में चले गए। मृतक कुशल पाल सिंह के पुत्र दीपक ने बताया कि गुरुवार रात उनके पिता ने लगभग 8:15 बजे फोन किया था और परिजनों से बात की थी। उन्होंने कई बार अपने पिता को फोन किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। दीपक ने बताया कि इस पर उन्होंने पिता के साथ काम करने वाले सिंह कॉलोनी निवासी श्यामवीर सिंह को फोन कर जानकारी दी। दीपक के फोन पर श्यामवीर छत्रपाल के घर पहुंचे। छत्रपाल और श्यामवीर कुशल पाल के कमरे में गए, लेकिन कमरा अंदर से बंद था। दोनों लोगों ने कई बार कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई आवाज नहीं आई। इस पर उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर सीओ मंगल सिंह रावत, कोतवाल सुनील अहलावत पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। कोतवाल ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। सूचना पर नायब तहसीलदार ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, डिप्टी आरएमओ अविनाश सागर, मार्केटिंग इंस्पेक्टर धर्मवीर, अजय आनंद, सुरजीत पांडे मौके पर पहुंचे। अधिकारियों की सूचना के बाद कुशल पाल सिंह की पत्नी गीता देवी, पुत्र दीपक, अंकित तथा लकी बिजनौर से तिलहर पहुंचे। उनकी मौजूदगी में मजिस्ट्रेट ने पुलिस से कमरे का दरवाजा तुड़वाया। कमरे में कुशल पाल सिंह अपनी चारपाई के पास औंधे मुंह मृत अवस्था में पड़े मिले। बंद कमरे में मार्केटिंग इंस्पेक्टर की मौत से मोहल्ले में हड़कंप मचा रहा और तमाम भीड़ लगी रही।मार्केटिंग इंस्पेक्टर के शव को पीएम के लिए भिजवाया गया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल कर रही है।