संवाददाता-शिवम शर्मा!! शाहजहांपुर में साल के पहले दिन कलक्ट्रेट में इंटक ने मजदूरों की विभिन्न मांगों को लेकर पहला प्रदर्शन किया। इंटक नेताओं में डीएम के माध्यम से एक ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा, जिसमें कहा गया कि मजदूरों के हितों की रक्षा की जाए, उनकी मांगों को माना जाए, ताकि मजदूरों का जीवन सुचारू रूप से चलता रहे। इंटक नेता पवन कुमार सिंह ने कहा कि केन्द्र की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के कारण उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। कहा कि देश में बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है। ऐसी परिस्थितियों में देश के केन्द्रीय संगठनोंं, फेडरेशनों, कर्मचारी संगठनों ने 16 सूत्रीय मांगोंं के समर्थन में 8 जनवरी को देश व्यापी हड़ताल का निर्णय लिया है । ज्ञापन में कहा गया कि असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए सर्वव्यापी सामाजिक सुरक्षा कानून बनाया जाए। राष्ट्रीय सामाजिक कोष का निर्माण किया जाये। केन्द्र व राज्य के सार्वजनिक इकाईयों, अण्डर टेकिंग उपकर्मों के विनिवेश पर रोक लगाई। ट्रेड यूनियनों का पंजीकरण 45 दिन की सीमा के अन्दर अनिवार्य किया जाये। केन्द्र सरकार रेल, बीमा में विदेशी निवेश पूजी पर रोक लगाए।आंंगनबाड़ी, मिड डे मिल रसोइया, आशा, रोजगार सेवक, ग्रामीण चौकीदार, पार्क-स्मारकोंं में कार्यरत कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी घोषित किया जाये।