शिवम शर्मा/शाहजहांपुर!! 12 रबी उल अव्वल यानी पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की यौमे पैदाइश के मौके पर रविवार देर रात तक जलसों का आयोजन किया गया। जिसमें नबी करीम की सीरत और हयात ए तैयबा पर रोशनी डाली गई। शहर के कई मोहल्लों में सजावट की गई। मुस्लिम समाज के लोगों ने अपने घरों पर रंग-बिरंगी झालरों से रोशनी की। लाल इमली चौराहा से पीली मस्जिद को जाने वाले रोड को शानदार तरीके से सजाया गया। इस सड़क पर दो जगह जलसे आयोजित हुए। पीली मस्जिद के पास ईशा की नमाज के बाद शुरू हुए जलसे में छोटी-छोटी बच्चियों ने बारगाहे रिसालत में नाते पाक का नजराना पेश कर खूब शाबाशी बटोरी।
सानिया फातिमा ने हसबी रब्बी सल्लल्लाह नात पढ़ी। तो वहीं ओ मामा आरिफ और फलक ने भी नात का नजराना पेश किया। इसके अलावा मोहल्ला जलालनगर, पूर्व मल्हार टॉकीज रोड, बहादुरगंज, किला सहित कई जगहों पर जलसों का आयोजन किया गया, जिसमें उलमाए कराम ने अपनी तकरीर में कुराने पाक और नवी की सुन्नतों पर अमल करने की ताकीद की। रोशनी और जलसों की वजह से देर रात तक सड़कों पर चहल पहल और रौनक दिखाई देती रही।