शिवम शर्मा,शाहजहांपुर/उत्तर प्रदेश!! राजकीय कन्या इंटर कॉलेज एक बार फिर से चर्चा में आ गया। पहले जिस छात्रा ने शिक्षक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। अब उस छात्रा का नाम ही डीआईओएस पंकज पांडेय ने काट दिया। जिविनि पर आरोप है कि उन्होंने छात्रा के साथ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए भगा दिया। छात्रा के चाचा ने जिला विद्यालय निरीक्षक की शिकायत डीएम से करते हुए जांच कराने की मांग की है।पिछले सत्र में जीजीआईसी उस समय चर्चा में आ गया था। जब कॉलेज की कुछ छात्राओं ने कलक्ट्रेट पहुंचकर पुरुष शिक्षक पर शाबाशी देने के बहाने छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। सत्ता पक्ष की बड़ी नेता के करीबी माने जाने वाले शिक्षक पर कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकी। बल्कि, प्रबंध समिति ने प्रस्ताव पास कर उसे कॉलेज से हटा दिया था। हालांकि, इस मामले में फंसी प्रधानाचार्य विमला वर्मा को पद से हटा दिया। जिसके बाद उन्हें कोर्ट जाना पड़ा था। अब इस प्रकरण में नया घटनाक्रम आ गया। जिस छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला हुआ था। उसका नाम डीआईओएस पंकज पांडेय ने काट दिया। छात्रा के चाचा ने डीएम को भेजे पत्र में बताया कि प्रिसिंपल की गैरमौजूदगी में जिविनि कालेज आ धमके और भतीजी को बुलाकर नाम काट दिया। आरोप है कि छात्रा को जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कक्षा से भगा दिया। छात्रा के चाचा ने डीएम को भेजे पत्र में कहा कि वह खुद जिविनि से जाकर मिले। उनसे नाम काटे जाने की वजह पूछी। जिस पर जिविनि का जवाब था कि उन्होंने अपनी मर्जी से नाम काटा है। पीड़ित ने मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।