शिवम शर्मा/शाहजहांपुर!! जलालाबाद में विजयदशमी पर 51 फीट ऊंचे रावण के पुतले और उसके परिवार के पुतलों का दहन किया गया। श्रीराम का अग्नि बाण लगते ही 2 मिनट में रावण का पुतला राख हो गया।इसी के साथ श्रीराम के उदघोष होने लगे। रावण के जलते पुतले को देख कर बच्चों ने तालियां बजाईं। मैदान में राम-रावण युद्ध बृजधाम से आए कलाकारों ने राम, लक्ष्मण, हनुमान, कुंभकरण व मेघनाद के रूप में श्रोताओं के बीच युद्ध की झलकियां पेश की। इसके साथ ही प्राचीन परंपरा के जरिए बाबा परशुराम मंदिर से हनुमान स्वरूप और श्री राम लक्ष्मण स्वरूप को जुलूस के रूप में यहां लाया गया। इनका नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। अहंकारी दशानन का अंत कर दिया। इसके साथ ही 41-41 फीट के कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले जलते हुए देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। इस मौके पर कमेटी आयोजक मनमोहन द्विवेदी, मुन्ना अग्निहोत्री, अशोक द्विवेदी, अर्चित द्विवेदी, प्रदीप मिश्रा, राजीव द्विवेदी, संजीव अग्निहोत्री आदि मौजूद रहे।