शिवम शर्मा/शाहजहांपुर!! कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार को ढाईघाट गंगा तट पर तीन लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा में हर हर गंगे के जयघोष के साथ डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद गंगा तट पर हवन पूजन यज्ञ कर गरीबों को दान देकर पुण्य अर्जित किया। श्रृंगी ऋषि की तपोस्थली ढाईघाट गंगा तट पर चल रहे कार्तिक मेले के मुख्य पर्व कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार को अनुमान से अधिक श्रद्धालुओं की भीड जुट गई। श्रद्धालुओं का रेला सोमवार रात से ही बस, जीप, डीसीएम, ट्रैक्टर ट्राली व बाइक पर सवार होकर गंगा के तट ढाईघाट पर पहुंचे और सूर्य की पहली किरण फूटने से पहले ही हर हर गंगे के जयघोष के साथ ही स्नानदान का कार्य शुरू हो गया था। गंगा स्नान का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। गंगा भक्तो ने पतित पावनी भागीरथी में डुबकी लगाने के बाद गंगा तट पर हवन पूजन करने के साथ ही गंगा मैया का वस्त्रों से श्रृंगार किया। गरीबों को भोजन तथा पण्डों को दान दक्षिणा देकर पुण्य अर्जित किया। बड़ी संख्या में पाल्यों द्वारा अपने बच्चों के मुण्डन संस्कार कराये गए। मेला तट पर मौजूद पंडों पुजारियों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगभग तीन लाख गंगा भक्तों ने डुबकी लगाई है। मेले में जहां बच्चों ने चाट पकौड़ी, जलेबी आदि खाद्य पदार्थो के साथ झूलों का आन्नद लिया तो महिलाओं तथा पुरुषों ने जमकर घरेलू सामान की खरीदारी की। ढाई घाट गंगा तट पर भारी भीड़ के चलते जाम में फंसे श्रद्धालुमिर्जापुर। मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा पर मेले मे श्रद्धालुओं की भारी भीड उमड़ पड़ी। पुलिस फोर्स कम होने की वजह से सुबह दस बजे से लेकर शाम तक श्रद्धालुओं को जाम के झाम से जूझना पड़ा। ढाई गांव से गंगा घाट तक वाहनों की रफ्तार थम गई और रेंगते नजर आए। वाहन जाम में फंस जाने के कारण गंगा भक्तों ने वाहनों से उतरना मुनासिब समझा और कई किलोमीटर पैदल चलकर गंगा तट पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अपर्णा गौतम, पुलिस क्षेत्राधिकारी ब्रह्मपाल सिंह, एसएचओ सुधाकर पांडे श्रद्धालुओं को जाम की स्थिति से बचाने के लिए मुस्तैद दिखे। ढाई घाट मेले मे लगे पशु बजार में भी पशुओं की खरीद फरोख्त हुई। ढाई घाट गंगा तट पर पशु बाजार लगा हुआ है, जिसमें हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान आदि प्रान्तों से आये पशु व्यापारियों ने खरीद फरोख्त की।