नारायण सूर्यवंशी/ग्यारसपुर!! मामला विदिशा जिले कि जनपद ग्यारसपुर का है, 1 अगस्त से 5 अगस्त के बीच सभी ग्यारसपुर की मीडिया ने माला देवी मंदिर वाली खबर को प्रमुखता से उठाया था ,की माला देवी मंदिर कभी भी गिर सकता है, ग्यारसपुर के ऐतिहासिक इमारतों की हो रही अनदेखी ,इस खबर को सभी मीडिया ने प्रमुखता से अपने चैनल पर चलाया था, क्षेत्र की विधायक एवं प्रभारी मंत्री से भी ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण के लिए सवाल पूछे गए थे, इसी का नतीजा है कि जिले के अधिकारी की नींद टूटी और 14 अगस्त को पुरातत्व विभाग की टीम के साथ जब ऐतिहासिक इमारतों को देखने के लिए ग्यारसपुर पहुंची, तो समय जगत की टीम को जैसे ही भनक लगी कि पुरातत्व विभाग के जिले के अधिकारी संदीप महतो एवं उनके साथ उनके उच्च अधिकारी साथ आए हैं ,तो क्यों ना उन से चलकर ग्यारसपुर की ऐतिहासिक इमारतों की हो रही अनदेखी के संबंध में प्रश्न पूछते हैं, जैसे ही प्रश्न पूछने की कोशिश की गई वैसे ही संदीप महतो भड़क गए और यही के लोकल मुख्यालय ग्यारसपुर के अधिकारियों को कोसने लगे, अपनी गलतियां छुपाने के लिए जनपद के सीईओ तहसीलदार एवं जनप्रति निधि से लेकर ग्राम पंचायत पर अनिमिताओं का ठीकरा फोड़ दिया, उनकी निंदा करना प्रारंभ कर दिया, ग्रामीणों पर भी आरोप लगाए कि गांव के लोग मेन रोड जो की माला देवी की ओर जाता है वहीं पर गंदगी करते हैं ग्राम पंचायत सफाई नहीं करवाती है पीडब्ल्यूडी रोड नहीं बनाती है, पर्यटक इस रोड को देखकर लौट जाते हैं उन्होंने कहा कि हम 2 दिन 4 दिन रुक कर दिन रात इस कचरे को उठाते हैं, कई बार हमने जनपद में बैठकर बैठक की हैं ,हजारों बार आवेदन दिए हैं, मगर यहां के लोकल प्रशासन कुछ भी नहीं कर रहा है, इस प्रकार से गंभीर आरोप लगाए, अब देखते हैं संदीप महतो को गैर जिम्मेदार रवैया को देख कर उच्च अधिकारी एवं प्रदेश सरकार एवं केंद्र की सरकार क्या एक्शन लेती है और ग्यारसपुर के विकास के लिए कितने जल्दी कदम उठाए जाते हैं.