रविन्द्र कहार/बारां!! मांगरोल से कोटा वाया अंता बिना परमिट चलने वाली बस को बारां डिपो चीफ मैनेजर सुनीता जैन ने करवाया जब्त। जबकि सालों से ये अवैध बसें बिना परमीट के सीसवाली मांगरोल चलती है प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नही की जाती है। जब की निजी बस संचालक सवारियों से मनमाना किराया वसूल कर खुली लूट मचा रखी है। काफी लंबे समय से इस मार्ग पर रोडवेज की बसों के नही चलने से एक दर्जन से अधिक बिना परमिट की निजी बसें संचालित हो रही है जो सवारियों से अपनी मन मर्जी का किराया वसूल करते है और पेसो की टिकट भी नही देते है।कोई सवारी सवाल जवाब करता है तो उसे दादागिरी कर नीचे उतार दिया जाता है। यह बसे लगभग तीन से चार थानों को पार कर सत्तर से अस्सी किलोमीटर की दूरी तय करती है लेकिन इनके विरुद्ध आज तक कोई कार्रवाई नही की गई है। इसी मार्ग पर पहले जंहा आधा दर्जन बसे रोडबेज की चलती थी आज निजी बस संचालकों की दादागिरी ओर प्रभावशाली लोगों के प्रभाव के चलते एक बस भी रोडवेज बसे नही चल पा रही है। मजबूर हो कर सवारियों को इन बसों पर मनमाने किराया देकर यात्रा करनी पड़ती है। कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित रोडवेज के अधिकारियों को अवगत करवाया गया लेकिन इन पर नकेल नही कस पाई और पूर्व में चलने वाली बसों का संचालन भी बंद कर दिया गया।जो अब एक दो रोडवेज बस चलने लगी उनके आगे पिछे निजी बस संचालक चलाते रहते हैं। निजी बस वाले सवारियों से मांगरोल से कोटा तक का 80 रुपए से लेकर 100 रुपये तक किराया वसूल किया जाता है।वंही मन मानी जगह पर सवारियों को उतार दिया जाता है। जिसको लेकर बारां डिपो चिफ मेनेजर सुनिता जैन ने बुधवार को सिमलिया टोल पर कार्यवाही की गई।