गुरुसेव सिंह चौहान/दिल्ली!! रजौरी गार्डन में एक काफी बड़ा फैमिली पार्क है। वहाँ के एक व्यक्ति ने हमसे संपर्क किया, और उन्होंने बताया की यहाँ रात अंधेरे में प्रॉस्टिट्यूट लड़की और लड़के गलत काम करने आते है, उन्होंने भी रोक कर पूछताछ की तो लड़के ने बताया कि रजौरी गार्डन फ्लाई ओवर से लड़कियाँ लड़के लेकर आती है और अगर गॉर्ड रोकता है तो उसे मारते है। गॉर्ड ने भी बताया कि उसके एक गॉर्ड का सिर भी फोड़ दिया था जब उस गॉर्ड ने एक व्यक्ति को रोकने की कोशिश की। दिल्ली क्राइम प्रेस की टीम ने रात को 11.30pmरजौरी गार्डन फ्लाई ओवर के चकर लगाने शुरू किए। काफी देर बाद एक लड़के ने एक लड़की के पास बाइक रोकी और उस लड़की ने लड़के को उसी पार्क में ले आई जहाँ से हमे कंप्लेंट आई। हमने उस लड़के को पकड़ा और वह के गॉर्ड से भी सवाल किए। क्या पुलिस प्रशासन नही देख रही कि क्या हो रहा है, सब कुछ पता होकर भी आंखों पर पट्टी क्यों? रात के अंधेरे में खुले आम सेक्स रैकेट रोड पर चल रहे है। और पुलिस देख कर भी अनदेखा क्यों कर रही है? दिल्ली क्राइम प्रेस की टीम और मैं सिर्फ कोशिश ही कर सकते है कि क्राइम को कुछ कम कर सके खत्म होना तो नामुंकिंन है जब तक पुलिस नाकारी की शाल ओढ़े आराम से सोयी रहेगी।
