मुज़फ्फरनगर के तितावी थाने के सामने नितिन चाय की दुकान चलाता है। दुकान से थाने में भी चाय जाती है और वहाँ पर आने वाला स्टाफ वही से चाय मंगाकर पीता है। स्टाफ में कुछ तो पैसे दे देतें है कुछ उधार चाय पीते है पीड़ित नितिन ने बताया के वो एसओ सूबे सिंह को भी इस बारे में बता चुका मगर कोई सुनवाई नही हुई। कुछ पुलिकर्मियों के तबादले भी हो गई लगभग 2 साल पहले तितावी थाने की नई बिल्डिंग बनी थी जिसका ठेकेदार बाबू ने भी नितिन के चाय के लगभग 1100 रुपये अभी तक नही दिए। अब जो मुंशी राहुल है उस पर भी लगभग 2000 रुपये है।
जितेन्द्र जो अब शाहपुर में तैनात है उस पर लगभग 2900 रुपये। संजीव जो भौराकलां में तैनात है उस पर लगभग 800 रुपये। लगभग 2 साल पहले तितावी थाने में ड्राइवर था उस पर 4500 रुपये है।क्या गलती है इस गरीब की जो ये थाने के चक्कर काट रहा है
-डॉ. शहराज त्यागी