मो. इकरार/अमेठी!! मजहब-ए-इस्लाम के आखिरी पैगम्बर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जिले में आमद का उत्सव जश्ने ईद मिलादुन्नबी रविवार को मनाया गया। इस अवसर पर नगर में जुलूस निकाला गया। इसौली रोड से रथ, ट्राली, पिकअप सहित विभिन्न वाहनों पर सजा हुआ यह जुलूस सुबह 10 बजे मुंशीगंज मोड़ से गौरीगंज मोड़ तक जुलूस निकाला गया जो इसौली रोड पर समाप्त हुआ, जुलूस के स्वागत में लोग जगह जगह सिन्नी,आदि के रूप में वितरित कर रहे थे। भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पूरी अकीदत के साथ जुलूस में शामिल रहे। नबी के सम्मान में लग रहे नारों से नगर की फिजां गुंजायमान हो उठी। मौलाना नूरुल हसन “नूरी” ने हजारो महफ़िलो को संबोधित करते हुए कि आज ही के दिन पैगम्बर-ए-इस्लाम का जन्म हुआ था। उनके जन्म से पूरी दुनिया रोशन हो उठी थी। उन्होंने आजीवन कौम को नेकी के रास्ते पर चलना सिखाया। समाज को अमन और शांति का पैगाम दिया। उन्हीं की याद में यह त्यौहार मनाया जाता है। आज हमारी कौम को उनके बताए गए वसूलों को अमल करने की जरूरत है, तभी हमारा भला होगा। छोटी बच्चियों ने नात-शरीफ पढ़कर पैगंबर साहब को याद किया।शहबान ने गांव से आई दर्जनों अंजुमनों को पुरष्कृत कर उनका हौसला अफजाई किया। जुलूस में सैय्यद मकसूदुल हसन, मौलाना उमर, शहबान अहमद, चुन्नन अंसारी, फारूख, फुरकान, अहमद, अंसार, कमल, मैक्स, मुस्कीम अहमद, निसार अहमद, खालिद मुस्तफा, चांद बाबू अंसारी सहित हजारो की संख्या में शामिल रहे।