सत्येंद्र सैनी/मुजफ्फरनगर!! नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 20 दिसंबर को मुजफ्फरनगर शहर में मुस्लिमों के प्रदर्शन के दौरान हुए हिंसक बवाल में सरकारी और गैर सरकारी संपत्ति का अनुमानित मूल्यांकन करते हुए जिला प्रशासन ने क्षतिग्रस्त संपत्ति उनकी धनराशि घोषित कर दी है। मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन की ओर से सोमवार को शुक्रवार की हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त संपत्ति का अनुमानित मूल्यांकन घोषित किया गया है। सर्वाधिक रूप से सिविल लाइन थाना क्षेत्र में नुकसान दर्शाया गया है। 20 दिसंबर के हिंसक प्रदर्शन के दौरान सिविल लाइन थाना क्षेत्र में 42 लाख 72000 रुपए का नुकसान हुआ है, इनमें 41 दोपहिया वाहन और 11 चार पहिया वाहन क्षतिग्रस्त बताए गए हैं। हिंसा में सबसे कम ₹25000 की संपत्ति का नुकसान नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर को हुआ है। जबकि अग्निशमन अधिकारी मुजफ्फरनगर के अनुसार विभाग के दो चार पहिया वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिन का मूल्यांकन ₹40000 दर्शाया गया है। मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण को 5 लाख और देना बैंक मुजफ्फरनगर को ढाई लाख रुपए का नुकसान इस हिंसा में हुआ है। जबकि थाना कोतवाली नगर क्षेत्र में दो पहिया वाहन और अन्य संपत्ति क्षतिग्रस्त की गई है, जिसका मूल्यांकन ₹600000 दर्शाया गया है। जिला प्रशासन के अनुसार कुल 5687000 रुपए की सरकारी और गैर सरकारी संपत्ति इस हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त हुई है।