गुड्डू खां/मिर्ज़ापुर!! 30 सितंबर, सोमवार को विंध्य क्षेत्र संरक्षण संस्थान द्वारा मिर्जापुर महोत्सव का आयोजन किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनीत पूर्व एमएलसी थे। कार्यक्रम में सभा की अध्यक्षता गणेश गंभीर ने तथा कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र तिवारी उर्फ लल्लू तिवारी ने किया। इस महोत्सव का उद्देश्य मिर्ज़ापुर के समृद्ध सांस्कृतिक अध्याय तथा गौरवशाली इतिहास के महत्वपूर्ण बिंदुओं को उजागर करना तथा उनका संरक्षण करना रहा। कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं द्वारा मिर्ज़ापुर के विभिन्न सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक बिंदुओं पर चर्चा की गई। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण संस्थान द्वारा नामित नवरत्न सम्मान रहा। जिसमे आचार्य रामचन्द्र शुक्ल नामित कला गौरव, शम्भूनाथ चित्रकार जी को, डॉ. के. पी. जायसवाल नामित इतिहास गौरव, डॉ अनुज प्रताप सिंह जी को, गोपालदास चुनाहे नामित साहित्य गौरव, क्षमा शंकर पाण्डेय जी को, राजा शारदा महेश प्रसाद शाह नामित संगीत गौरव, डॉ अजीता श्रीवास्तव, प्रो. विश्राम सिंह नामित राजनीति गौरव, डॉ सरजीत सिंह डंग को, हक़ीम बाबू दलजीत सिंह नामित स्वास्थ्य गौरव, डॉ नीरज त्रिपाठी को, सेठ नबालक साव नामित वाणिज्य गौरव, ठाकुर सिद्धनाथ सिंह जी को, बद्रीनाथ चौधरी प्रेमघन नामित पत्रकारिता गौरव, रमा शंकर शुक्ल को तथा बाबू विश्वनाथ प्रसाद अग्रवाल नामित शिक्षा गौरव, फादर ग्रेगरी डिसूजा को दिया गया। कार्यक्रम के अंत में संस्था के अध्यक्ष विक्रम सिंह ने अपने अभिभाषण में विंध्य क्षेत्र संरक्षण संस्थान द्वारा मिर्जापुर के पर्यटन को उद्योग की तरह विकसित करने की प्रतिबद्धता को बार-बार दोहराया तथा जानकारी दी कि अब यह मिर्जापुर महोत्सव प्रत्येक वर्ष किया जाएगा तथा अगले वर्ष 225 में स्थापना दिवस पर यह कार्यक्रम वृहद स्तर पर किया जाएगा। अपने अभिभाषण के साथ ही विक्रम सिंह ने कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की।