सूर्या शाह/सिंगरौली!! मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने प्रदेश के सभी जिलों में सोमवार को किसान आक्रोश आंदोलन किया। सिंगरौली जिले में भाजपा प्रदेश संगठन के निर्देशानुसार सांसद रीती पाठक व भाजपा प्रदेश मंत्री बुद्धसेन पटेल की अगुवाई एवं भाजपा जिलाध्यक्ष विरेंद्र गोयल के मार्गदर्शन में हजारों की संख्या में जुटे किसान, भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने मुख्यालय पहुंचकर रामलीला मैदान से कलेक्ट्रेट तक प्रदेश सरकार के विरुद्ध नारेबाजी कर कलेक्ट्रेट में राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसके बाद जिले के शीर्ष नेतृत्व द्वारा पचोर पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी भी दी गई। घंटों चले इस विवाद में निगम महापौर प्रेमवती खैरवार के अलावा सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य, देवसर विधायक सुभाष वर्मा एवं चितरंगी विधायक अमर सिंह भी कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन कर प्रदेश सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते दिखे। शीर्ष नेताओं की अगवानी में कार्यकर्ताओं का जोश इतना ज्यादा था की कलेक्ट्रेट पहुंचकर कार्यकर्ता पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ते हुए कलेक्ट्रेट परिसर जा पहुंचे जहां उन्होंने प्रदेश सरकार के विरुद्ध जमकर अपनी भड़ास निकाली। यहां भाजपा पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया की ओलावृष्टि, अतिवृष्टि सहित प्राकृ़तिक आपदा से तबाह फसलों व घरों के एवज में पीड़ित ग्रामीणों व किसानों को राज्य सरकार द्वारा मुआवजा नहीं बांटे गए। किसानों पर बिजली के भारी भरकम बिलों की दोहरी मार एवं किसानो के कर्ज माफ़ी के वादा खिलाफी कर रही है। प्रदेश में ज्यादातर समय बिजली गुल रहती है फिर भी बिल हजारों में आता है। इसके अलावा कांग्रेस शासन में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार एवं प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याण योजनाओं को भी बंद कर दिया है। इस प्रकार यह सरकार राज्य में खाली लोगों का शोषण कर रही है। नेताओं द्वारा प्रदर्शन में बिजली बिल भी जलाए गए। शीर्ष नेताओं का कहना था कि वह हर मोर्चे पर प्रदेश सरकार को आईना दिखाते रहेंगे। जब तक प्रदेश में भाजपा सरकार नहीं आ जाती तब तक उनका इस प्रकार प्रदर्शन जारी रहेगा और वह किसानों व मध्यमवर्गीय लोगों के हितों के लिए लड़ते रहेंगे।