चन्दन कुमार/विनय कुमार झा!! मधुबनी बिस्फी प्रखंड परसौनी उत्तरी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष कृष्ण देव यादव के खिलाफ लोगों ने जमकर विरोध किया। विरोध करते हुए परसौनी उत्तरी पंचायत के किसान ने पैक्स अध्यक्ष कृष्णदेव यादव पर यह आरोप लगाया कि वह अपनी मनमानी ढंग से कार्य करते हैं और वह अपने खास लोगों का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ते हैं। वही बातचीत के दौरान वहां के कुछ किसानों ने कहा कि हम लोग तकरीबन 140 आदमी से ऊपर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था नाम जुड़वाने के लिए जिसमें से तकरीबन 120 आदमी का नाम निरस्त कर दिया गया है वह भी बिना कारण बताए हुए। हम लोगों को बताया गया था कि आप लोगों को मोबाइल पर सूचना दिया जाएगा कि आप लोगों को 11 रूपये का रसीद कटवा कर कब जमा करना है लेकिन हम लोगों को कोई सूचना नहीं मिला और ना ही कोई जानकारी दिया गया कि किस वजह से हम लोगों का नाम निरस्त किया जा रहा है | वही बातचीत के दौरान परसौनी उत्तरी के कुछ किसानों ने बताया मात्र 21 आदमी का नाम जोड़ा गया है जिसमें से आधे से ज्यादा उनके अपने खास परिवार के लोग हैं | वही पैक्स अध्यक्ष श्री कृष्ण देव यादव ने 21 लाख रुपए लोन का वितरण मात्र एग्याराह आदमियों में करवाये हैं जिसमें से दो आदमी बाहरी है वाकी 9 आदमी उनके अपने खास परिवार के लोग हैं | आपको बता दें कि परसों नहीं उतरी के कुछ किसानों ने उनके खिलाफ वीडियो के पास लिखित आवेदन भी दिया था जिसका उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा और उस पैक्स अध्यक्ष पर कोई कार्रवाई नहीं किया गया | वहीं कुछ लोगों ने बताया कि पदाधिकारी अगर इसका निष्पक्ष जांच नहीं करेंगे तो हम लोग धरना प्रदर्शन करेंगे एवं ब्लॉक व अनुमंडल का भी घेराव करेंगे | वही कुछ किसानों ने वंशवाद का आरोप लगाते हुए उन पर यह इल्जाम लगाया कि क्या पैक्स में ऐसा कोई नियम है कि जिस का बाप अध्यक्ष होगा उसी का बेटा प्रबंधक होगा वर्तमान परिस्थिति में आप देख सकते हैं कि अध्यक्ष का लड़का ही प्रबंधक बना हुआ है | वही उन लोगों का कहना है कि पैक्स अध्यक्ष जी चुनाव के डर से हम लोगों का नाम निरस्त करवाए हैं | यह तो सरासर गुंडागर्दी है अब परसौनी उत्तरी के किसान और मजदूर क्या करें |
वहीं कुछ लोगों ने बातचीत के दौरान यह भी कह दिया कि लोकतंत्र में राजतंत्र दिख रहा है राजा का बेटा ही राजा बनेगा वहीं उन्होंने इस बात का खंडन करते हुए कहा है कि पैक्स में नाम जोड़ने का जो तरीका है वह गलत हैं कोई भी पैक्स अध्यक्ष नहीं चाहेगा कि हमारा कोई विरोधी का नाम इसमें जुड़े | पैक्स में नाम जोड़ने को लेकर पैक्स अध्यक्ष की अनुमति नहीं होनी चाहिए | लोकतंत्र पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा हो गया है | वही उन्होंने पदाधिकारी से यह अपील किया है कि जिन लोगों का नाम निरस्त किया गया है उनका नाम मतदाता सूची में जोड़ा जाए नहीं तो हम लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा | बिनय झा, सुभाष झा, श्याम कामत, बौअन झा, सदावरी देवी, मुद्रिका देवी, पुनिता देबी, पूजा देबी, शशि रंजन झा एबं सेकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे |