ऋषि त्यागी/बिजनौर!! गंगा पर तटबंध और पुल के निर्माण के लिए 20वें दिन भी किसानों का जल आंदोलन जारी रहा। खादर क्षेत्र की महिलाओं, युवतियों ने किसानों के साथ गंगा की धारा में खड़े होकर प्रदर्शन किया। लोगाें का कहना है कि इस बार पुल और तटबंध बनवाने के बाद ही आंदोलन खत्म किया जाएगा। डैबलगढ़ में चल रहे आंदोलन में भाकियू के युवा मंडल अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने कहा कि जल आंदोलन को और तेज किया जाएगा। किसानों ने कहा कि गंगा पार खेतों पर जाते समय गंगा पार करने के दौरान हर साल किसानों की मौत होती है। गंगा हर साल सैकड़ों बीघा जमीन को काटकर बहा देती है। इस सब नुकसान को केवल गंगा पर पुल और तटबंध बनाकर ही रोका जा सकता है। कहा कि पुल और तटबंध निर्माण होने से खादर क्षेत्र की आने वाली पीढ़ियों तक को बहुत फायदा होगा। किसान हर कीमत पर तटबंध व पुल का निर्माण कराकर ही रहेंगे। वक्ताओं ने कहा कि सोमवार को भाकियू की कलक्ट्रेट में महापंचायत है। महापंचायत में बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के साथ तटबंध और पुल निर्माण के मुद्दे को भी जोरशोर से उठाया जाएगा। धरने की अध्यक्षता मेवाराम सिंह, संचालन ब्रजपाल सिंह ने किया। धरने में रणपाल सिंह, मोहम्मद सफी, रीता, प्रीति, अंजलि, प्रीति, हिमानी, घसीटा सिंह, बालमुकुंद, धारा सिंह, गंगाराम, ज्ञानचंद्र, रामकला, लवकेश, विनोद, सतीश आदि मौजूद रहे।