गैस सिलेंडर की सुरक्षा को केंद्र सरकार जल्द पुख्ता करने की तैयारी में है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने बीआईएस को गैस सिलेंडर की सुरक्षा मानकों पर सख्ती बरतने को कहा है। मंत्रालय ने बीआईएस को विभिन्न वर्गों के सिलेंडर की सुरक्षा जांच का विकल्प तलाश कर उपभोक्ताओं को मुहैया कराने के भी निर्देश दिए हैं।
दरअसल कई निजी कंपनियां मौजूदा समय 5 किलोग्राम के गैस सिलेंडर बनाकर बेच रही हैं, जिनमें से कई के सिलेंडर मानकों पर खरे नहीं उतरने की शिकायतें मंत्रालय को मिली हैं। इनमें से ज्यादातर कंपनियों ने बीआईएस प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन नहीं किया है। ऐसे में मंत्रालय का मानना है कि अमुक कंपनियां उपभोक्ताओं की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही हैं, जिनके सिलेंडर के मानक समेत अन्य खामियों की जांच बीआईएस करे और समुचित कदम उठाए।
सरकार इसके पहले उपभोक्ताओं को पांच किलोग्राम के सिलेंडर आसानी से मुहैया कराने के कदम उठा चुकी है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने हाल ही में केवल पहचान-पत्र से गैस सिलेंडर मुहैया कराने की योजना शुरू की है, जो किसी डिस्ट्रीब्यूटर या प्वाइंट ऑफ सेल पर जाकर आसानी से लिया जा सकता है।
माना जा रहा है कि बीआईएस सभी वर्ग के सिलेंडर पर सुरक्षा मानक की जांच का विकल्प उपभोक्ताओं को देगा, क्योंकि मानकों को ताक पर रखकर निर्मित सिलेंडर में गैस रिसाव से ब्लास्ट हो सकता है, जबकि आग लगने पर उपभोक्ता और उसका परिवार हताहत हो सकता है।
गौरतलब है कि उपभोक्ताओं को सजग करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को अभियान चलाने के लिए भी कहा जा सकता है, जिस पर निर्णय लिया जाना अभी शेष है।