राजू कुमार ठाकुर/दरभंगा!! सरकार के द्वारा शैक्षणिक परिभ्रमण योजना चलाई जाती है, प्रत्येक वर्ष जिसमें जिसमें स्कूल एवं महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को भारत की प्राचीन विरासत से रूबरू शिक्षकगण करवाते छात्र-छात्राओं जिस विरासत या प्राचीन तत्व को केवल और केवल किताब के पन्नों में मात्र पढ़ें हुए होते हैं उन्हें वह अपने खुली आंखों से देखते हैं आनंद लेते हैं तथा उससे सीखते हैं जिससे उनके अंदर बौद्धिक विकास स्तर की बढ़ोतरी होती है एवं छात्रों में दार्शनिक और कल्पना शक्ति भी बढ़ती है।छात्रों में सहरसा जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सत्तरकटैया (सहरसा) के 50 छात्र-छात्राओं तथा अभिभावक के रूप में शिक्षकगण (लक्ष्मण साह, नवीन कुमार झा, रानी कुमारी, मनीषा कुमारी,अश्वर पासवान, पवन पासवान, निरंजन कुमार) भी उपस्थित रहे दरभंगा की विरासत लाल किला, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय संस्कृत विश्वविद्यालय, मनोकामना मंदिर, श्यामा माई मंदिर, कंकाली मंदिर आदि प्राचीन विरासत को देखकर प्रफुल्लित उठे।