संजय वर्मा/नवादा!! बिहार में शराबबंदी कोई असर नहीं दिख रहा है। शराब माफिया के ऊपर से प्रशासन का भय समाप्त हो गया है, जिस कारण अवैध शराब कारोबारियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। जिले के हिसुआ थानाअंतर्गत फुलवरिया ग्राम में हो रहे बृहद पैमाने पर अवैध महुआ शराब निर्माण और बिक्री से नाराज महिलाओं ने कसी कमर और खुद शराबबंदी आंदोलन का मूड बनाया। जीविका संगठन से जुड़ी महिलाओं शुक्रवार को सुबह सैकड़ों की संख्या में आकर हिसुआ थाने का घेराव किया और शराब निर्माण विक्री पर रोक और कारोबारियों को गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। गौरतलब हिसुआ पुलिस द्वारा विगत 17 सितंबर को भी कई शराब भाटियों का का नष्ट किए और 7 कारोबारियों को नामजद अभी तो बनाया गया था उसके बावजूद भी शराब के धंधे पर बाज नहीं आए फिर लाचार होकर फुलवरिया ग्राम वासियों ने महिला पुरुष होकर बैठक कर और महिला पुरुष एवं पूरे गांव वासियों ने थाने का घेराव किया ग्रामीणों ने कहा कि थाना सिर्फ ध्यान दें हम सभी मिलकर सारे भाटियों को ध्वस्त कर देंगे और गांव में शराब निर्माण एवं बिक्री भी बंद कर देंगे उस मुहिम में थाना अध्यक्ष राजकुमार जी ने पूरा साथ दिया और दल बल के साथ मौके पर पहुंची कर शराबबंदी करते हुए 50 से ज्यादा भर्तियों को ध्वस्त किया और साथ छावा महुआ एवं अर्ध निर्माण शराब शराब भी नष्ट कर दिया गया ग्रामीण महिलाओं ने शराबबंदी के लिए थाने का किया घेराव ग्राम में हो रहे अवैध महुआ शराब निर्माण पर रोग के लिए किया आंदोलन।