ऋषि त्यागी/बिजनौर!! शेरकोट थाना क्षेत्र के गांव नागपुर खड़कसेन में शुक्रवार को लापता हुई बालिका की हत्या कर शव जंगल में फेंक दिया गया। शव पर कई जगह जलाने के निशान हैं। पुलिस को शक है कि तांत्रिक क्रिया के चलते बालिका की बलि दी गई है। पुलिस इस मामले में बालिका की सौतेली मां सहित दो महिलाओं से हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बालिका के पिता ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है।
गांव नागरपुर खड़कसेन निवासी अन्नू कश्यप की पत्नी अनीता के मुताबिक शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे उसकी पांच साल की बेटी चांदनी घर के बाहर खेल रही थी। चांदनी को घर के बाहर खेलता देख वह नहाने चली गई। इस बीच चांदनी लापता हो गई, उसे काफी तलाश किया गया, लेकिन वह नहीं मिली। परिजनों की ओर से अपने गांव के साथ-साथ अन्य कई गांवों में भी चांदनी के लापता होने का एलान कराया गया। गांव के लोग भी उसकी तलाश में जुट गए। पुलिस को सूचना दी गई। दोपहर करीब 12 बजे चांदनी का शव घर से करीब 250 मीटर की दूरी पर बाजरे के खेत में पड़ा मिला। बालिका के शव पर जगह जगह किसी वस्तु से दागे जाने के जख्म थे। इन जख्मों की खाल तक उधड़ी हुई थी। बालिका की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। बालिका की सौतेली मां रजनी और एक अन्य महिला को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, उनसे पूछताछ की जा रही है।