ऋषि त्यागी/बिजनौर!! निराश्रित गोवंश को सहारा देने के लिए अब जनता भी आगे आने लगी है। गांव अमीनाबाद की गोशाला से 88 गोवंश गोद लिए गए हैं। 22 किसानों ने इन गोवंश को गोद लिया है। बाकी गोशालाओं से भी गोवंश को गोद लिया जा सकता है। इन किसानों को प्रति गोवंश के हिसाब से 30 रुपये प्रतिदिन का भुगतान खाते में भेजा जाएगा।
एक सर्वे के अनुसार प्रदेश में 2012 में हुई पशु गणना के आधार पर दस से 12 लाख निराश्रित गोवंश हैं। इन गोवंश को कन्हा व अस्थायी गोशालाओं में रखा जा रहा है। गोशालाओं पर बढ़ रहे बोझ व गोवंश के स्वास्थ्य को देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से कुछ दिनों पहले एक शासनादेश जारी किया गया था। इसके अनुसार किसान व खेती की जमीन रखने वाले लोग गोशालों से गोवंश गोद ले सकते हैं। इसके लिए किसान के खाते में हर एक गोवंश के भरण पोषण के लिए 30 रुपये प्रतिदिन दिए जाएंगे। ये रुपये किसानों के खातों में भेजे जाएंगे। हालांकि शर्त यह होगी कि किसान न तो गोवंश को बेचेगा और न ही किसी और को देगा।