देवेंद्र शुक्ल/खागा फतेहपुर!! देवसरन जे. ई. /पी वे /से0/खागा अधीन वरि 0खण्ड अभि 0/रेल पथ /उ 0म 0 रे 0/खागा के सेक्शन इंचार्ज के पद पर कार्यरत हैं! देवसरन यहां के क्षेत्रीय निवासी हैं एवं क्षेत्रीय होने के कारण आये दिन कर्मचारियों से अभद्र भाषा शैली का प्रयोग करते रहते हैं! विरोध करने पर कार्य की मात्रा बढ़ा देते हैं एवं कार्य इतना ज्यादा हो जाता है की कर्मचारियों द्वारा कार्य पूरा नही हो पाता है! उस स्थिति में चार्जशीट एवं अनुपस्थित कर कर्मचारियों का शोषण करते हैं! देवसरन यहाँ वर्ष 2014 से लगातार कार्यरत हैं! बिना सुरक्षा के कार्य करवाते हैं! जिसके साक्ष्य के रूप में कर्मचारियों के पास विडिओ रिकॉर्डिंग भी है! इनकी शिकायत कर्मचारियों ने दो बार दिनांक 11-04-2019 एवं 23-05-2019 को आला अधिकारीयों से भी की है तथा NCRMU रेल संगठन से भी की है! यूनियन ने भी अपने पैड पर लिख कर डिवीज़न के अधिकारीयों को इसकी जाँच की मांग की! लेकिन आज तक कोई नतीजा नही निकला! उल्टा ये असर हुआ की जिस कर्मचारी ने विडिओ बनाई उसपर झूठे आरोप लगा कर उसका ट्रांसफर कर दिया गया! कुछ कर्मचारी को इसी की वजह से S. F. 5 (बड़ी शास्ति) दिया गया तो कुछ को ड्यूटी के दौरान परेशान किया जा रहा है! धर्मराज जो रेलवे में ब्लैक स्मिथ के पद पर कार्यरत है, उससे देवसरन ने यहाँ तक बोला ‘मेरी शिकायत की तो लोकल लड़के बुलाकर हाथ पैर तुड़वा दूंगा एवं तुम्हारे ऊपर sc/st का केश अलग से करूँगा! नौकरी नहीं करने दूंगा’! जेई की गुंडागर्दी से सभी कर्मचारी परेशान और त्रस्त हैं। कर्मचारी इतना मानसिक दवाब लेकर कैसे काम करेंगे। मानसिक दवाब के कारण अगर किसी कार्य में गड़बड़ी हो जाए तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। रेलवे के आला अधिकारियों को मामले की गंभीरता देखते हुये जल्द संज्ञान लेना चाहिए और कर्मचारियों के लिए कार्य करने का अनुकूल वातावरण मुहैया कराना चाहिए।