रूपनारायण सिंह,घूरपुर/प्रगराज!! गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाओं में जहां संबंधित विभाग के अधिकारी केवल उन्हीं व्यक्तियों का चयन करते हैं। जो कि उन अधिकारियों की जेबो में कुछ न कुछ सुविधा शुल्क के रूप में धन मुहैया करा सकें। लेकिन वही वास्तविकता में गरीबी का दंश झेल रहे लोगों के पास आज भी पैसे ना होने के कारण सरकार द्वारा संचालित ज्यादातर योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण वे आज भी बद से बदतर जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं। जहां इन गरीबो का पूरा समय दो वक्त की रोजी रोटी जुटाने में लग जाता है। तो वही उनके लिए चालू की गई कल्याणकारी योजनाओं के बारे में उन्हें कुछ भी पता भी नहीं होता। कुछ इसी प्रकार का हाल है। विकास खंड शंकरगढ़ के सीध टिकट ग्राम सभा के पंडित का पुरवा मजरे का जहां पर रहने वाले गरीब तबके के लोग आज भी गुलामों की तरह जिंदगी जी रहे हैं और टूटी फूटी झोपड़ी में मिट्टी के तेल की डिबरी जलाकर किसी प्रकार से जीवन यापन कर रहे हैं। जिन की दशा और दिशा को देखने और सुनने वाला शायद कोई नहीं है।