नितिन सिंह/पुष्कर!! डेगाना जालुस नानक की श्री कृष्ण कन्हैया गौशाला में आयोजित हो रही सात दिवसीय भागवत कथा के दुसरे दिन प. जय गोपाल शास्त्री ने भागवत पूजन करते हुए सुकदेव की सतसंग शुरू किया और कृष्ण अवतार कथा सुनाते हुए कहा कि जब जब अधर्म बढ़ जाता है एवं धर्म की हानि होने लगती है। तब-तब भगवान अवतार लेकर धर्म की रक्षा करते हैं तथा दुष्टों का विनाश करते हैं। राम मर्यादा पुरुषोत्तम है। इसलिए राम ने जीवन में जो किया वो काम किया करो। उन्होंने कहा कि भगवान का नाम तथा कथा ही सच्चा अमृत है। नाम रूपी अमृत पीकर मीरा, सूर, तुलसी, कबीर दादू, दरिया साहब जैसे अनेक संत अमर हो गये। विशेषकर कलयुग में तो केवल राम नाम ही भवसागर से पार उतरने का परम साधन है। जो राम नाम से जहाज पर सवार हो जाता ह। वह चाहे राजा हो या रंक भवसागर से पार हो जाता है और कथा दौरान झांकी मे शमिक, ऋषी के गले मे सरे डालते हुऐ राजा परीक्षित कथा हुई। आसपास के गांव के लोग बड़ी संख्या में लाभ लेने पहुंचे घोङापो संत दोलत दास रानाबाई की बगीची के संत मोहनदास जयसीयाराम बाबा बालक दास, मनसुख दास अध्यापक रतन सिह, भंवर सिह मदन सिह मोहन गिरी भरूराम महिया, पाचाराम, बनिलाल सहदेव सहित बड़ी संख्या में गांव वाले लाभ देने पहुंचे।