अक्सर जब हमारी पहली नौकरी लगती है, तो हम पैसे बचाने की ज्यादा नहीं सोचते. हमें लगता है कि अभी तो करियर शुरू ही हुआ है. पैसे बचाने की आगे जाकर सोच लेंगे.
पहली नौकरी लगने के दौरान अक्सर खर्च करने के लिए हम उतावले हो जाते हैं. लेकिन आप एक छोटी सी रकम बचत खाते में जमा करना शुरू कर सकते हैं. सबसे अच्छा तरीका है कि आप एक तय रकम हर महीने अपनी तनख्वाह से खुद-ब-खुद बचत खाते में डेबिट करने का इंतजाम कर लें. इसके लिए आप म्युचुअल फंड में SIP कर सकते हैं.
लेकिन अगर आप अपना भविष्य सुरक्षित रखना चाहते हैं या फिर कम उम्र में पैसों के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं, तो आपको पहली नौकरी लगते ही 7 आदतें पाल लेनी चाहिए.
जैसे ही आपकी तनख्वाह बढ़ती है, वैसे ही अपनी बचत बढ़ाने पर भी फोकस करें. वित्तीय विशेषज्ञ कहते हैं कि आपकी तनख्वाह में जितनी बढ़ोत्तरी होती है. उसका एक तिहाई हिस्सा आपको बचाने पर ध्यान देना चाहिए. करीयर की शुरुआत में ही अगर आप ने ये आदत पाल ली, तो आगे जाकर आप निवेश कर सकेंगे और बेवजह के कर्ज से भी मुक्त रहेंगे.
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चाहत नहीं, जरूरत पर खर्च कीजिए:
जब भी हाथ में तनख्वाह आती है, तब उन चीजों पर खर्च करने का मन करता है जिन्हें हम लेना चाहते हैं. यहां पर आपको अपनी चाहत की लिस्ट में से उन चीजों पर खर्च करने को प्राथमिकता देनी होगी, जिनकी आपको मौजूदा समय में जरूरत है. जिनके बिना आपका काम हो ही नहीं सकता. ऐसे में आप बेवजह खर्च करने से बच जाएंगे.
दूसरों की नजर में खुद को अलग दिखाने और अपना स्टेटस बनाए रखने की खातिर खर्च करना न शुरू करें. इससे आप मौजूदा समय में खर्च कर भविष्य की अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाएंगे. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अपने पैसे महंगी कार और गैजेट पर खर्च करने से बचें. जितना जल्दी आप अपने रिटायरमेंट की खातिर बचत करना शुरू करेंगे, उतना ही ज्यादा फायदा आपको मिलेगा. अटल पेंशन योजना को ही ले लीजिए. इसमें अगर आप महज 18 साल की उम्र से सिर्फ 210 रुपये बचाना शुरू करते हैं, तो 42 साल बाद आपको हर महीने 5 हजार की पेंशन मिलने लगेगी. अगर आप जीवन में कुछ करना चाहते हैं, तो आपको लक्ष्य तय करने होंगे. जब आप लक्ष्य तय कर लेंगे, तो आपको हमेशा याद रखना है कि आप उन ही चीजों पर खर्च करें, जो आपके लिए जरूरी हों. जरूरत पर खर्च करने के दौरान अपने तय लक्ष्य की खातिर भी पैसे जुटाते रहिए. लक्ष्य रखने से आपका खर्च नियंत्रण में रहेगा. वित्तीय रूप से मजबूत होने का एक तरीका यह भी है कि नेगोशिएट अथवा मोलभाव करने की आदत पहले से ही पाल लें. जब भी नौकरी बदलें, तो ज्यादा से ज्यादा हाइक हासिल करने की कोशिश करें. इससे आप कम समय में ज्यादा पैसे कमाने में सफल हो सकते हैं.